

आध्यात्मिक गुरु भय्यूजी महाराज का पर्थिव शरीर बुधवार को भमोरी स्थित मुक्तिधाम में पंचतत्व में विलीन हो गया। महाराज की चिता को उनकी बेटी कुहू ने मुखाग्नि दी। पूरी खबर..
इंदौर: आध्यात्मिक गुरु भय्यूजी महाराज के अंतिम संस्कार के लिये शव यात्रा में भारी जन सैलाब उमड़ पड़ा। भमोरी स्थित मुक्तिधाम में महराज का पार्थिव देह पंचतत्व में विलीन हो गया। महराज की चिता को उनकी बेटी कुहू ने मुखाग्नि दी और विधि-विधान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
भय्यूजी महाराज के अंतिम दर्शन के लिये आज सुबह से ही उनके अनुयायियों की बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ पड़ी। उनको कई लोगों ने श्रद्धांजलि दी।
गौरतलब है कि महाराज ने कथित तौर पर मंगलवार को अपने घर में ही खुद को गोली मार ली थी, जिसके बाद उन्हें गंभीर अवस्था में करीब ढ़ाई बजे इंदौर के बॉम्बे अस्पताल में लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था।
उनकी मौत की खबर सुनकर उनके अनुयाय़ियों में एकदम शोक की लहर दौड़ गयी थी. लोग तरह-तरह के अनुमान लगा रहे थे कि दुनिया को जिंदगी का संदेश देकर तनाव से निजात दिलाने वाले संत भय्यूजी महाराज ने आखिर क्यों खुदकुशी कर ली।
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