

भारतीय पहलवान मनीषा भानवाला ने एशियन चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन किया। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नई दिल्ली: अनुभवी भारतीय पहलवान मनीषा भानवाला ने एशियन चैम्पियनशिप में अपने शानदार खेल के साथ भारत को 2021 के बाद पहला गोल्ड मेडल दिलाने में सफलता पाई है।
मनीषा ने शुक्रवार को आयोजित 62 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में दक्षिण कोरिया की ओक जे किम को तगड़े मुकाबले में 8-7 से हराकर चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया। इस स्वर्ण पदक के साथ मनीषा ने अपने उत्कृष्ट कौशल का प्रदर्शन किया और एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार इस टूर्नामेंट की शुरुआत मनीषा ने कजाखस्तान की टाइनिस डुबेक के खिलाफ तकनीकी श्रेष्ठता से जीत के साथ की, जो उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने में मददगार साबित हुई। इसके बाद, उन्होंने सेमीफाइनल में दक्षिण कोरिया की हनबिट ली को पराजित करके अपने दमदार खेल को जारी रखा।
मनीषा ने इस मुकाबले में अपने अद्वितीय आक्रामक खेल के दम पर कलमीरा बिलिमबेक काजी को 5-1 से हराकर फाइनल में स्थान सुनिश्चित किया।
इस प्रतियोगिता में भारत की अन्य पहलवान अंतिम पंघाल ने भी कमाल का प्रदर्शन किया। 20 वर्षीय अंतिम ने 53 किग्रा भार वर्ग में अपने करियर का पहला अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट खेलते हुए ब्रॉन्ज मेडल जीता। उन्होंने क्वार्टर फाइनल में चीन की जिन झांग को हराकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया, किंतु सेमीफाइनल में जापान की मो कियूका के सामने उन्हें हार का सामना करना पड़ा। लेकिन, उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में ताइवान की मेंग एच सियेह को हराकर खुद को साबित किया।
भारतीय पहलवानों का प्रदर्शन इस बार कुछ खास नहीं रहा। नेहा शर्मा (57 किग्रा), मोनिका (65 किग्रा) और ज्योति बेरीवाल (72 किग्रा) ने मेडल राउंड तक पहुंचने में असफल रहीं। अब तक भारत ने इस प्रतियोगिता में दो ग्रीको-रोमन मेडल समेत कुल मिलाकर एक गोल्ड, एक सिल्वर और छह ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं।
यहां यह ध्यान देने योग्य है कि भारत ने पिछली बार 2021 में अलमाटी में विनेश फोगाट और सरिता मोर के जरिए गोल्ड मेडल जीते थे। अब भारतीय कुश्ती टीम की नजर आगामी पुरुषों की फ्रीस्टाइल प्रतियोगिता पर है, जो शनिवार से शुरू होने जा रही है। भारतीय पहलवानों से इस बार और बेहतर प्रदर्शन की आशा जताई जा रही है। इस प्रकार, मनीषा भानवाला ने न केवल अपने व्यक्तिगत करियर को उचाई पर पहुंचाया, बल्कि अपने देश का भी मान बढ़ाया है।