कांग्रेस से विवाद के बीच अखिलेश यादव की लगी होर्डिंग, बताया गया भावी PM, ओ.पी. राजभर ने कसा तंज सपने देखना बुरी बात नहीं

डीएन ब्यूरो

विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के प्रमुख घटक दल कांग्रेस के साथ मनमुटाव जाहिर होने के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के दफ्तर के बाहर लगा पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव को देश का 'भावी प्रधानमंत्री' बताने वाला एक बैनर चर्चा का विषय बन गया है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

कांग्रेस से विवाद के बीच अखिलेश यादव की लगी होर्डिंग
कांग्रेस से विवाद के बीच अखिलेश यादव की लगी होर्डिंग


लखनऊ: विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के प्रमुख घटक दल कांग्रेस के साथ मनमुटाव जाहिर होने के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के दफ्तर के बाहर लगा पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव को देश का 'भावी प्रधानमंत्री' बताने वाला एक बैनर चर्चा का विषय बन गया है।

यहां सपा कार्यालय के बाहर सोमवार को एक बैनर लगाया गया जिसमें 'देश के भावी प्रधानमंत्री आदरणीय अखिलेश यादव जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं' लिखा है। हालांकि अखिलेश यादव की आधिकारिक जन्मतिथि एक जुलाई है।

बैनर पर अखिलेश यादव के साथ-साथ पार्टी प्रदेश प्रवक्ता फखरुल हसन 'चांद' की भी तस्वीर लगी है। हसन ने इससे पहले जुलाई में सपा प्रमुख के जन्मदिन पर भी पार्टी के दफ्तर के बाहर ऐसा ही बैनर लगवाया था।

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सीट के बंटवारे को लेकर सपा और कांग्रेस के बीच हाल में उपजी तल्खी के बाद सपा दफ्तर के बाहर लगा यह बैनर चर्चा का विषय बन गया है।

सपा के राष्ट्रीय सचिव एवं प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने इस बैनर के बारे में पूछे जाने पर 'पीटीआई-भाषा' से कहा, ''यह तो कार्यकर्ताओं की भावना है। और क्या कहा जा सकता है?''

यह पूछे जाने पर कि क्या अखिलेश यादव अगले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री पद के दावेदार हैं, चौधरी ने कहा, ''नहीं, पार्टी ने तो ऐसा कभी नहीं कहा।''

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस द्वारा इंडिया गठबंधन के तहत एक भी सीट नहीं दिये जाने से नाराज सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 19 अक्टूबर को बेहद तल्ख रुख अपनाया था। उन्होंने कांग्रेस के नेताओं पर भाजपा से सांठगांठ का आरोप लगाये थे। हालांकि बाद में कांग्रेस नेतृत्व से बातचीत के बाद यादव ने अपने कार्यकर्ताओं को कांग्रेस नेताओं के बारे में कोई भी अनर्गल बयानबाजी नहीं करने की हिदायत दी थी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार हसन ने सपा अध्यक्ष को 'भावी प्रधानमंत्री' बताने वाला बैनर लगवाने के औचित्य के बारे में पूछे जाने पर कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं की आकांक्षा थी कि सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव देश के प्रधानमंत्री बनें। उन्होंने कहा, ‘‘अब उम्मीद है कि अखिलेश यादव उस सपने को पूरा करेंगे।’’

उन्होंने कहा कि दिल्ली की गद्दी का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर जाता है और इस राज्य में भारतीय जनता पार्टी को सिर्फ सपा के दम पर ही हराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसे में ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल दलों को बड़ा दिल दिखाते हुए सपा प्रमुख को प्रधानमंत्री पद का दावेदार बनाना चाहिये।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अवनीश त्यागी ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए, ''अखिलेश यादव को उत्तर प्रदेश की जनता ने पूरी तरह नकार दिया है और अन्य राज्यों में भी उनकी पार्टी का कोई जनाधार नहीं रह गया है। सपा के सहयोगी दल भी उससे लगातार मुंह मोड़ते जा रहे हैं। ऐसे बैनर इंडिया गठबंधन में दबाव बनाने का हथकंडा मात्र हैं।''

उन्होंने कहा कि सपा प्रमुख के सहयोगी नेता 'मुंगेरी लाल के हसीन सपने' देख रहे हैं, जो कभी पूरे नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं क्योंकि जनता ने इसके लिये मन बना लिया है।

वैसे, सपा के अंदर अखिलेश यादव को प्रधानमंत्री पद का दावेदार बनाने की मांग पहले भी उठ चुकी है। इसी साल अप्रैल में लखनऊ-मध्य सीट से सपा विधायक एवं पूर्व मंत्री रविदास मेहरोत्रा ने भी यादव को प्रधानमंत्री बनाने की मांग की थी।










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