महराजगंज का हाई-प्रोफाइल मामला: शराब के नशे में महिला से छेड़खानी और पुलिस से मारपीट, तीन आरोपियों के खिलाफ संगीन धाराओं में दो-दो FIR दर्ज

डीएन ब्यूरो

महराजगंज जनपद मुख्यालय के मऊपाकड़ कस्बे से चौक रोड की तरफ जाने वाली सड़क पर शनिवार की रात साढ़े आठ बजे के करीब बीच सड़क पर बड़ा बवाल हो गया है। मामले में तीन आरोपियों के खिलाफ छेड़खानी, यौन शोषण और बलात्कार जैसी संगीन धाराओं में पीड़ित ने पहली एफआईआर तथा नगर चौकी के सिपाही ने इन तीनों आरोपियों और 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ दूसरी एफआईआर दर्ज करायी है। यह मामला इस वक्त महराजगंज नगर में जबरदस्त चर्चा का विषय बना हुआ है। पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

महराजगंज पुलिस टीम पर हमले के बाद दो-दो FIR
महराजगंज पुलिस टीम पर हमले के बाद दो-दो FIR


महराजगंज: चौक नगर पंचायत के वार्ड नंबर 5 शिवाजी नगर के निवासी एक डाक्टर ने कोतवाली थाने में एक बेहद संगीन एफआईआर 264/2023 अंतर्गत धारा 279, 354, 354 ख, 376, 511, 323, 504, 506427 और आपराधिक कानून (संशोधन) अधिनियम 1932 की धारा 7 के अंतर्गत तीन लोगों के खिलाफ कोतवाली थाने में एफआईआर पंजीकृत करायी है।

इसी मामले से जुड़ी दूसरी संगीन एफआईआर नगर पुलिस चौकी के सिपाही अनिल यादव ने तीन लोगों के खिलाफ नामजद और 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस से लाठी-डंडों के साथ मारपीट करने तथा सरकारी कामकाज में बाधा का मुकदमा कोतवाली थाने में एफआईआर 265/2023 अंतर्गत धारा 147, 149, 332, 353, 333, 504, 506, 308 के अंतर्गत दर्ज करायी गयी है।

पहली एफआईआर
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक पीड़ित डाक्टर ने अपनी एफआईआर में लिखा है कि कल रात साढ़े 8 बजे के करीब वह अपनी कार संख्या UP 56 Y 2208 से सुपर मार्केट से अपने घर चौक के लिए जा रहा था तभी सामने से तीन लोग मोटरसाइकिल संख्या UP 57 AL 8325 से तेज गति से उनकी कार में टक्कर मार दी। इसके बाद विवाद करने लगे। FIR में आरोप लगाया गया है कि कार में बैठी महिला के साथ यौन शोषण का प्रयास करते हुए महिला का ब्लाउज फाड़कर निर्वस्त्र कर दिया। FIR में यह भी लिखा गया है कि महिला के साथ आरोपियों ने बलात्कार का प्रयास भी किया। विवाद के दौरान सड़क पर जाम लग गया। इस बीच सूचना पाकर मौके पर नगर चौकी से पुलिस वाले पहुंचे। 

दूसरी एफआईआर
नगर चौकी के सिपाही अनिल यादव की एफआईआर के मुताबिक इस विवाद की सूचना मिलने पर जब वह अपने साथी सिपाही चंद्रसेन शाह के साथ मौके पर पहुंचा तो तीनों आरोपी शराब के नशे में उपद्रव कर रहे थे जिससे सड़क जाम हो गयी। इसके बाद आरोपी पुलिस वालों से उलझ गये, जब सिपाहियों ने इसकी सूचना चौकी प्रभारी प्रवीन कुमार सिंह को दी तो वे फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। सिपाही की एफआईआर के मुताबिक आरोपी महिलाओं के साथ अत्यंत आपत्तिजनक दुर्वयवहार कर रहे थे। चौकी प्रभारी की मदद से सिपाहियों ने किसी तरह इन्हें काबू में किया और नशे में होने की वजह से थाने न लाकर सीधे मेडिकल परीक्षण के लिए जिला अस्पताल ले आये। मेडिकल कराने के बाद मौके पर आरोपियों के परिजनों के साथ 15-20 लोग आकर पुलिस से उलझने लगे। इसके बाद अंधेरे का लाभ उठा पुलिस वालों के ऊपर लाठी-डंडों के साथ टूट पड़े। सिपाही अनिल यादव ने एफआईआर में लिखा है कि साथी सिपाही संदीप शर्मा द्वारा उसे घायल अवस्था में जिला अस्पताल पहुंचाया गया जहां सिपाही अनिल यादव बार-बार बेहोश हो जा रहा था। सिपाही के दोनों हाथों में, गर्दन पर तथा पीठ पर डंडे मारने के निशान हैं। सिपाही को गंभीर हालत में जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों ने एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए रेफर किया है। 

मामले में तीनों आरोपियों का पक्ष आना बाकी है। फिलहाल थाने में पुलिस जहां तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद आगे की कार्यवाही में जुटी है वहीं मामले में सुलह-समझौते के प्रयास जारी हैं। 

कोतवाल का बयान

मामले में कोतवाल ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया कि मामले में तीनों आरोपियों को धारा 151 में गिरफ्तार किया गया है। 

 










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