रामगढ़ में आजसू की जीत को हेमंत सोरन ने धन बल एवं बाहुबल की जीत बताया

डीएन ब्यूरो

झारखंड की रामगढ़ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थित ऑल झारखण्ड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी की उम्मीदवार की विजय को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने धन बल एवं बाहुबल की जीत बताया।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन


रामगढ़ (झारखंड): झारखंड की रामगढ़ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थित ऑल झारखण्ड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी की उम्मीदवार की विजय को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने धन बल एवं बाहुबल की जीत बताया।

इस सीट से आजसू पार्टी की सुनीता चौधरी ने 21,970 मतों के अंतर से संप्रग समर्थित कांग्रेस के प्रत्याशी बजरंग महतो को हराया।

इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा था लेकिन उसे उपचुनाव में हार का सामना करना पड़ा। 2019 में सीट से चुनाव जीतने वाली ममता देवी को एक आपराधिक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद विधानसभा से अयोग्य ठहरा दिया गया था। इस वजह से सीट पर उपचुनाव कराया गया।

मतगणना पूरी होने के बाद निर्वाचन आयोग ने कहा कि भाजपा के साथ मिलकर उपचुनाव में उतरी आजसू पार्टी को 1,15,669 वोट मिले जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नीत गठबंधन के सहयोगी दल कांग्रेस को 93,699 मत मिले। मतों की गिनती सुबह आठ बजे शुरू हुई थी।

इस निर्वाचन क्षेत्र में 27 फरवरी को उपचुनाव हुआ था जिसमें 67.96 प्रतिशत मतदान हुआ था।

विधानसभा परिसर में मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री सोरेन ने रामगढ़ उपचुनाव में भाजपा समर्थित आजसू उम्मीदवार की जीत को ‘धन बल और बाहुबल’ की जीत बताया।

मुख्यमंत्री ने कहा, ''यह जीत आजसू की है, इससे भाजपा बहुत खुश हो रही है तो होती रहे।''

उन्होंने कहा कि यह तो एक सीट की लड़ाई थी, असली लड़ाई तो आगे होगी जिसमें भाजपा एवं उसके साथियों को अपनी असलियत का पता चलेगा।

इस बीच, आजसू के अध्यक्ष सुदेश महतो ने अपनी पार्टी की जीत को जनता की जीत बताया और कहा कि आम जनता राज्य सरकार की नीतियों से निराश है और उसे समझ में आ गया है कि उसके साथ धोखा हुआ है जिसका परिणाम इन उपचुनाव में देखने को मिला है।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश कहा कि लगभग 22 हजार मतों से राजग प्रत्याशी सुनीता चौधरी की जीत ने जनता के मिजाज को बता दिया है और जनता अब हेमंत सरकार से मुक्ति चाहती है।

पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा, ''यह चुनाव परिणाम राज्य सरकार के खिलाफ आगाज है, अंतिम अंजाम तो आगामी विधानसभा चुनाव में दिखेगा।''

झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस एवं राजद का महागठबंधन पहली बार 2019 में सत्ता में आने के बाद पहली बार उपचुनाव हारा है। इससे पहले राज्य में चार विधानसभा उपचुनावों में उसने जीत दर्ज की थी।

 










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