केरल में भारी बारिश से कई हिस्सों में जलभराव, चार जिलों में 'ऑरेंज अलर्ट' जारी

डीएन ब्यूरो

केरल के कई हिस्सों में रविवार को भी भारी बारिश हुई, जिससे तिरुवनंतपुरम सहित राज्य के कई हिस्सों में जलभराव स्थिति देखने को मिली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

केरल में भारी बारिश से कई हिस्सों में जलभराव
केरल में भारी बारिश से कई हिस्सों में जलभराव


तिरुवनंतपुरम: केरल के कई हिस्सों में रविवार को भी भारी बारिश हुई, जिससे तिरुवनंतपुरम सहित राज्य के कई हिस्सों में जलभराव स्थिति देखने को मिली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक आईएमडी ने भारी बारिश की संभावना के चलते रविवार के लिए तिरुवनंतपुरम सहित चार जिलो के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है।

टेलीविजन पर प्रसारित दृश्यों में तिरुवनंतपुरम जिले की कई सड़कें शनिवार से हो रही भारी बारिश की वजह से जलमग्न नजर आ रही हैं, जबकि कई घरों में भी पानी घुस गया है।

दृश्यों में कारें लगभग डूबी हुई दिखाई दे रही हैं, जबकि बचाव दल तिरुवनंतपुरम के कुछ हिस्सों में घरों से लोगों को नाव के सहारे शिविरों में लेकर जाते दिख रहे हैं।

बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा करने वाले राज्य के समान्य शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने एक फेसबुक पोस्ट लिखा, बीती रात से हो रही बारिश ने तिरुवनंतपुरम शहर में असामान्य स्थिति पैदा कर दी है।

उन्होंने कहा कि कई जगहों पर जलभराव हो गया है और समुद्र का पानी न घटने से भी स्थिति गंभीर हो गई है। मंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन युद्धस्तर पर राहत अभियान चला रहा है।

मंत्री ने कहा कि प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी।

उनके फेसबुक पोस्ट के अनुसार, राज्य के राजस्व मंत्री के. राजन ने भी कुछ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।

मंत्री स्तरीय बैठक के बाद शिवनकुट्टी ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि तिरुवनंतपुरम के कई हिस्से, खासकर राजधानी, बाढ़ और जलभराव से गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं।

राजन ने कहा कि शनिवार रात से राजधानी में 100 मिमी से अधिक और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के आसपास के क्षेत्र में लगभग दोगुनी बारिश हुई है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह जलभराव और बाढ़ का एक प्रमुख कारण है।’’

मंत्री ने कहा कि उनके मंत्रिमंडल सहयोगी - राज्य परिवहन मंत्री एंटनी राजू और नागरिक आपूर्ति मंत्री जी आर अनिल भी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और संबंधित सरकारी अधिकारियों को ड्यूटी पर रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है।

उन्होंने कहा, इसके अतिरिक्त, जिले में 17 राहत शिविर संचालित किए जा रहे हैं और वर्तमान में 572 लोग वहां शरण लिए हुए हैं।

मंत्री ने कहा, ‘‘स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन अभी और पानी घटने की जरूरत है।’’

राजधानी के कई निवासियों ने समाचार चैनलों को बताया कि 2018 की बाढ़ में भी ऐसी स्थिति नहीं देखी गई थी।

एक निवासी ने कहा,‘‘आधी रात के बाद अचानक बाढ़ आई और घरों में पानी घुसना शुरू हो गया। यह अप्रत्याशित था।’’

शनिवार को एर्नाकुलम जिले के विभिन्न हिस्सों से सड़कों पर जलभराव और घरों में पानी घुसने की भी खबरें आईं।

इस बीच, रविवार को, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दिन के लिए राज्य के तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पथनमथिट्टा और अलाप्पुझा जिलों में 'ऑरेंज अलर्ट' और आठ जिलों में 'यलो अलर्ट' जारी किया।

आईएमडी ने आने वाले दिनों में राज्य के कई स्थानों पर भारी बारिश की भी भविष्यवाणी की है। इसने सोमवार को राज्य के चार जिलों में ऑरेंज अलर्ट और शेष जिलों में यलो अलर्ट जारी की है। 

 










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