Hanuman Jayanti: पश्चिम बंगाल में सुरक्षा चाक-चौबंद, अराजक तत्त्वों पर केंद्रीय बलों तथा पुलिस की कड़ी नजर
हनुमान जयंती समारोहों के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था बरकरार रखने में राज्य पुलिस की मदद करने के लिए बृहस्पतिवार को कोलकाता, हुगली और बैरकपुर के कई हिस्सों में केंद्रीय बलों को तैनात किया गया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
कोलकाता: हनुमान जयंती समारोहों के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था बरकरार रखने में राज्य पुलिस की मदद करने के लिए बृहस्पतिवार को कोलकाता, हुगली और बैरकपुर के कई हिस्सों में केंद्रीय बलों को तैनात किया गया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि कोलकाता में एमहर्स्ट स्ट्रीट, जोरासांको, पार्क सर्कस, किद्दरपुर और बंदरगाह क्षेत्रों में केंद्रीय बलों को तैनात किया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘शहर के संवेदनशील इलाकों में केंद्रीय बलों के साथ बड़ी संख्या में कोलकाता पुलिस के अधिकारी मौजूद हैं।’’
अधिकारी ने कहा कि कानून व्यवस्था को बाधित करने के किसी भी प्रयास के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि हुगली पुलिस और उत्तर 24 परगना में बैरकपुर पुलिस आयुक्तालय के अधिकारी भी वहां तैनात केंद्रीय बलों के साथ हैं।
हुगली और हावड़ा जिलों के कुछ हिस्सों में रामनवमी की शोभा यात्राओं के दौरान हिंसक झड़पें होने के बाद कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश के तहत हनुमान जयंती पर शांति बनाए रखने में राज्य पुलिस की सहायता के लिए केंद्रीय बलों की तीन कंपनी तैनात की गई हैं। हर कंपनी में 150 कर्मी हैं।
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने कहा है कि वह राज्य भर में हनुमान जयंती पर 500 कार्यक्रम आयोजित करेगी।
पुलिस ने बताया कि हुगली में चंदननगर पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र के श्रीरामपुर और रिसड़ा के हिंसा प्रभावित इलाकों में स्थिति शांतिपूर्ण है। उसने कहा कि उन इलाकों में अब भी निषेधाज्ञा लागू है और इंटरनेट बंद है।
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चंदननगर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘रविवार और सोमवार को जिन इलाकों में हिंसा हुई थी, वहां पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।’’
भाषा
कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद पश्चिम बंगाल सरकार ने हनुमान जन्मोत्सव के दौरान तीन जिलों - हुगली, बैरकपुर और कोलकाता में अर्धसैनिक बलों को तैनात करने का बुधवार को फैसला किया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
यह निर्णय मुख्य सचिव एच. के. द्विवेदी द्वारा राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित बैठक में लिया गया।
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अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘राज्य में संवेदनशील क्षेत्रों और उन जगहों पर भी पर्याप्त संख्या में राज्य पुलिस बल तैनात होंगे, जहां हाल ही में हिंसा देखी गई थी। इसके अलावा, हमने कोलकाता, हुगली और बैरकपुर में अर्धसैनिक बलों की तीन कंपनियों को तैनात करने का फैसला किया है।’’
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि हनुमान जयंती के लिए निर्धारित शोभायात्राओं में भाग लेने वाले स्वयंसेवकों की सूची स्थानीय पुलिस थाने में जमा करनी होगी।
अधिकारी ने कहा, ‘‘पुलिस द्वारा सभी को एक पहचान पत्र दिया जाएगा। इस कार्ड के बिना किसी को भी शोभायात्रा में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी।’’
प्रशासन बृहस्पतिवार को निकलने वाली किसी भी शोभायात्रा में 100 से ज्यादा लोगों के शामिल होने की अनुमति नहीं देगा।
बुधवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को हनुमान जन्मोत्सव के दौरान शांति बनाए रखने में राज्य पुलिस की सहायता के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती का निर्देश दिया।
गौरतलब है कि हाल में रामनवमी शोभायात्रा के दौरान हुगली और हावड़ा जिलों में हिंसक झड़पें हुई थीं।