गुजरात चुनाव: सौदेबाजी पर उतरे हार्दिक पटेल, कांग्रेस संग रखी कई शर्तें

गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने बड़ा दांव खेलते हुए युवा पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को अपने पक्ष में कर लिया था, लेकिन अब इसमें एक बड़ा पेंच फंस गया है। बताया जाता है कि हार्दिक पटेल कांग्रेस के साथ अब सौदेबाजी पर उतर आये हैं।

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 25 October 2017, 12:25 PM IST
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अहमदाबाद: गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने बड़ा दांव खेलते हुए युवा पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को अपने पक्ष में कर लिया था, लेकिन अब इसमें एक बड़ा पेंच फंस गया है। बताया जाता है कि हार्दिक पटेल कांग्रेस के साथ अब सौदेबाजी पर उतर आये हैं। कांग्रेस को समर्थन के एवज में उन्होंने कांग्रेस के समक्ष अपने समाज के लोगों को आरक्षण और नौकरी देने समेत पाटीदार आयोग गठिन करने जैसी कई मांगे रखी है। हार्दिक पटेल की इन मांगों को लेकर गुजरात के कांग्रेस प्रभारी अशोक गहलोत एक हफ्ते में पार्टी का रख स्पष्ट करेंगे।

गुजरात चुनावों के मद्देनजर राज्य में बीजेपी को हराने के लिये कांग्रेस ने भाजपा विरोधी ध्रुवों को साथ आने का निमंत्रण दिया। इसके बाद पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा की। हार्दिक पटेल की घोषणा के बाद पाटीदार समाज के दो बड़े नेता रेशमा पटेल और वरुण पटेल ने  बीते शनिवार को अमित शाह से मुलाकात के बाद भाजपा से हाथ मिला लिया था। 

खबरें है कि सोमवार को राहुल गांधी की गुजरात यात्रा के दौरान हार्दिक पटेल ने होटल ताज में उनके साथ मुलाकात की और समर्थन के एवज में कई मांगे रखी। हार्दिक ने कहा है कि उनका उद्देश्य गुजरात में भाजपा को हराना है। बताया जाता है कि हार्दिक ने कांग्रेस के सामने जो मांगे रखी, उनमे पाटीदार समाज को आरक्षण देने, शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश के लिए अनारक्षित वर्ग के विद्यार्थियों को आरक्षण, उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति, पाटीदार आयोग गठन करने और पाटीदार युवकों के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लेना प्रमुख हैं। 

होटल ताज में राहुल गांधी के साथ हार्दिक की मुलाकात को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही है। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और गुजरात कांग्रेस प्रभारी अशोक गहलोत से इस मुलाकात की बात को खुद हार्दिक ने भी स्वीकार किया। गहलोत आगामी 7-8 दिनों में इस पर अपना रख स्पष्ट करेंगे। गहलोत ने कहा है कि खुफिया ब्यूरो (आईबी) ने उनके कमरे की तलाशी भी ली। गहलोत ने इस मामले को निजता पर हमला बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर कई सवाल उठाए हैं।
 

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