गुजरात उच्च न्यायालय के न्यायाधीश ने मोरबी पुल हादसे से संबंधित मामले से खुद को अलग किया

गुजरात उच्च न्यायालय के न्यायाधीश समीर दवे ने ओरेवा समूह के एक प्रबंधक की नियमित जमानत याचिका पर सुनवाई से बृहस्पतिवार को खुद को अलग कर लिया। प्रबंधक पिछले साल मोरबी में पुल ढहने के एक मामले में अपनी कथित भूमिका के लिए जेल में है, जिसमें 135 लोगों की मौत हो गई थी।

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 23 June 2023, 8:53 AM IST
google-preferred

अहमदाबाद: गुजरात उच्च न्यायालय के न्यायाधीश समीर दवे ने ओरेवा समूह के एक प्रबंधक की नियमित जमानत याचिका पर सुनवाई से बृहस्पतिवार को खुद को अलग कर लिया। प्रबंधक पिछले साल मोरबी में पुल ढहने के एक मामले में अपनी कथित भूमिका के लिए जेल में है, जिसमें 135 लोगों की मौत हो गई थी।

प्रबंधक दिनेश दवे की जमानत याचिका जब न्यायमूर्ति समीर दवे के समक्ष सुनवाई के लिए आई, तो उन्होंने यह कहते हुए खुद को अलग कर लिया कि 'मेरे समक्ष नहीं।'

हालांकि उन्होंने अपने फैसले का कोई कारण नहीं बताया।

दिनेश दवे उन दस आरोपियों में से एक हैं, जिन्हें पिछले साल अक्टूबर में गुजरात के मोरबी शहर में ब्रिटिशकालीन पुल ढहने के बाद पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

ओरेवा ग्रुप द्वारा निर्मित और संचालित पुल मरम्मत के बाद दोबारा खोले जाने के कुछ दिनों बाद ढह गया था। इस हादसे में कम से कम 135 लोगों की मौत हो गई थी और 56 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

 

Published : 

No related posts found.