गुजरात: अच्छे कपड़े और चश्मा पहनने पर दलित मां बेटे की पिटाई, सात के खिलाफ मामला दर्ज

डीएन ब्यूरो

गुजरात के बनासकांठा जिले के एक गांव में एक दलित व्यक्ति के अच्छे कपड़े पहनने और चश्मा लगाने से ऊंची जाति के कुछ लोग नाराज हो गए और उन्होंने कथित तौर पर उस व्यक्ति और उसकी मां पर हमला कर दिया। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

मामला दर्ज (फाइल)
मामला दर्ज (फाइल)


पालनपुर: गुजरात के बनासकांठा जिले के एक गांव में एक दलित व्यक्ति के अच्छे कपड़े पहनने और चश्मा लगाने से ऊंची जाति के कुछ लोग नाराज हो गए और उन्होंने कथित तौर पर उस व्यक्ति और उसकी मां पर हमला कर दिया। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

पुलिस ने बताया कि घटना मंगलवार रात पालनपुर तालुका के मोटा गांव में हुई। उन्होंने बताया कि पीड़ित और उसकी मां का वर्तमान में एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। पीड़ित की मां पर भी आरोपियों द्वारा हमला किया गया।

उन्होंने बताया कि पीड़ित जिगर शेखालिया द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर सात लोगों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गई। प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि आरोपियों ने उसकी और उसकी मां की पिटाई की क्योंकि वे उसके अच्छे कपड़े पहनने और चश्मा लगाने से नाराज थे।

शिकायत में कहा गया है कि मंगलवार सुबह जब पीड़ित अपने घर के बाहर खड़ा था तो सात आरोपियों में से एक उसके पास आया। उसने पीड़ित को गाली दी और जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि वह “इन दिनों बहुत ऊंचा उड़ रहा है”।

पुलिस ने बताया कि उसी रात जब शिकायतकर्ता गांव के एक मंदिर के बाहर खड़ा था तो समुदाय के छह आरोपी (राजपूत उपनाम) उसकी ओर आए। हाथ में लाठी लिए हुए आरोपियों ने उससे पूछा कि उसने कपड़े क्यों पहने और चश्मा क्यों लगाया। फिर उन्होंने उसकी पिटाई की और उसे डेयरी पार्लर के पीछे खींच कर ले गए।

पुलिस ने शिकायत का हवाला देते हुए बताया कि जब उसकी मां उसे बचाने के लिए दौड़ी तो उसके साथ भी उन लोगों ने मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने उसकी मां के कपड़े भी फाड़ दिए।

उन्होंने बताया कि सात आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धाराओं के तहत दंगा, गैर-कानूनी रूप से इकट्ठा होने, एक महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने, स्वेच्छा से चोट पहुंचाने, अपमानजनक भाषा का उपयोग करने आदि के तहत गढ़ पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई।

पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत भी मामला दर्ज किया गया।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना के संबंध में अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

 










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