

अयोध्या में राम जन्मभूमि पर रामलला के दर्शन और हनुमानगढ़ी में पूजा करने के बाद यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ बाद गोरखपुर पहुंचे, जहां उन्होंने वनटांगिया गांवों के लोगों के साथ दिवाली मनाई। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
गोरखपुर: अयोध्या में राम जन्मभूमि में रामलला के दर्शन और हनुमानगढ़ी में पूजा करने के बाद यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखपुर पहुंचे, जहां उन्होंने वनटांगिया गांव पहुंचकर वनवासियों के बीच दिवाली मनाई। इस मौके पर सीएम योगी ने गोरखपुर-महराजगंज के वनटांगिया गांवों में रहने वाले वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानित कर उपहार भी दिए और एक कार्यक्रम को संबोधित किया। सीएम योगी ने कहा कि दिवाली रामराज्य यही और इस रामराज्य की अवधारणा वनटांगिया गांव में साकार हुई है। बता दें कि सीएम योगी हर साल अपनी दिवाली वनटांगिया गांव में पहुंचकर वहां के लोगों के साथ मनाते आये हैं।
सीएम योगी दिवाली पर गुरूवार की सुबह अयोध्या पहुंचे थे, जिसके बाद वे वहां से गोरखपुर के वनटांगिया गांव तिकोनिया नम्बर तीन पहुंचे। सीएम योगी ने यहां सड़क व अन्य बुनियादी सुविधाओं वाली आठ विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। साथ ही उन्होंने गोरखपुर-महराजगंज के वनटांगिया गांवों में रहने वाले वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानित कर उपहार दिए।
वनटांगिया बंधुओं के साथ दिवाली मनाने के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि शासन की जो योजनाएं पहले यहां एक सपना हुआ करती थीं, वे योजनाएं अब यहां आसानी से हर व्यक्ति तक के लिये उपलब्ध हैं। आजादी के बाद भी 70 साल तक वनटांगिया गांवों में कोई बुनियादी सुविधा तो दूर वोटिंग का अधिकार तक नहीं था, वहां 2017 के बाद से विकास की नई गाथा लिखी गई है।
सीएम योगी ने कहा 2017 में उनकी सरकार बनने के बाद वनटांगिया गांवों के लगभग हर व्यक्ति के पास अपना पक्का मकान, शौचालय, बिजली, रसोई गैस, पीने को शुद्ध पानी, खेती के लिए जमीन का पट्टा, राशनकार्ड, आयुष्मान हेल्थ कार्ड, पात्रता के अनुसार पेंशन, समेत सरकार की सभी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ सुनिश्चित रूप से उपलब्ध है। रामराज्य इसी को कहते हैं और इस रामराज्य की अवधारणा वनटांगिया गांव में साकार हुई है।
सीएम योगी ने सभी को दिवाली की शुभकामना देते हुए कहा कि आजादी मिलने के बाद भी किसी ने उपेक्षित वनटांगिया समुदाय की सुध नहीं ली थी। यहां के लोगों के पास बुनियादी सुविधाओं के अलावा अपनी पसंद का प्रधान चुनने तक का अधिकार भी नहीं था। 2017 में हमारी सरकार बनी तो हमनें वनटांगिया गांवों को राजस्व गांव घोषित कर शासन की सभी योजनाओं व सुविधाओं का लाभ दिलाया। आज यहां हर एक परिवार के पास अपना पक्का आवास, शौचालय, खेती के लिए जमीन का पट्टा है। विभिन्न पेंशन योजनाओं का लाभ मिल रहा है। अब इन लोगों को वन विभाग या पुलिस के शोषण का शिकार नहीं होना पड़ेगा।
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