Ghaziabad Teacher Commits Suicide: फिर एक महिला कुप्रथा की आग में जली, मामला जान कांप जाएगी रूह

डीएन ब्यूरो

दिल्ली के गाजियाबाद के इंदिरापुरी क्षेत्र में एक चौका देने वाली घटना सामने आई है। जिससे पीडीता के घर में शोक की लहर दौड गई है।पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट

अन्विता ने दहेज से परेशान होकर किया आत्महत्या
अन्विता ने दहेज से परेशान होकर किया आत्महत्या


नई दिल्ली: दिल्ली के नजदीक गाजियाबाद के इंदिरापुरम क्षेत्र में एक भयावह घटना ने सभी को चौंका  दिया है। बता दें कि, केंद्रीय विद्यालय (KVS) दल्लूपुरा में कार्यरत शिक्षिका अन्विता शर्मा (30) ने अपने ससुराल में आत्महत्या कर ली। घटना के बारे में सुचना मिलते ही अन्विता के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। जिसपर पुलिस ने  तत्परता दिखाते हुए  मृतका के पति गौरव कौशिक और ससुर सुरेन्द्र शर्मा को हिरासस में ले लिया। मृतका की  सास मंजू शर्मा से पुलिस  पूछताछ कर रही है। इस  मामले ने एक बार फिर से दहेज प्रथा और घरेलू हिंसा के गंभीर मुद्दे को उजागर कर दिया है। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार,गाजियाबाद के इंदिरापुरम में अन्विता का विवाह चिकित्सक गौरव कौशिक के साथ 8 दिसंबर 2019 को हुआ था। अन्विता के पिता, अनिल शर्मा, ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने अपनी बेटी के विवाह पर 26 लाख रुपये खर्च किए, जिसमें एक स्विफ्ट डिजायर कार भी दहेज के रूप में शामिल थी।

इसके बावजूद, ससुराल के सदस्यों ने अतिरिक्त दहेज की मांग जारी रखी। अन्विता को इस कठिनाई का सामना करते समय मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा। इस मामले ने दहेज प्रथा के खिलाफ आवाज उठाने वाली महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण संदर्भ प्रस्तुत किया है।

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मामले की जांच शुरू

यह घटना न केवल एक परिवार की कहानी है, बल्कि समाज में व्याप्त दहेज के कुप्रथा के खिलाफ भी एक चेतावनी है। स्थानीय पुलिस प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। अनिल शर्मा ने बताया कि उनकी बेटी अन्विता, जो कि एक सरकारी शिक्षिका हैं, आर्थिक रूप से स्वतंत्र नहीं थीं। इसका कारण यह है कि उनका वेतन, चेकबुक और एटीएम कार्ड सभी ससुराल वालों के पास थे।

जब अन्विता ने अपने पैसे की वापसी का प्रयास किया, तो उसे न केवल गालियों का सामना करना पड़ा, बल्कि उसे मारपीट का भी शिकार होना पड़ा। यह मामला दहेज प्रथा और महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता की समस्या को उजागर करता है।  परिवार का दावा है कि 16 मार्च को गौरव, सुरेंद्र और मंजू ने अन्विता को बुरी तरह प्रताड़ित किया। इस उत्पीड़न से दुखी होकर अन्विता ने एक सुसाइड नोट लिखा और फांसी लगा ली। उसे गंभीर हालत में वसुंधरा स्थित ले-क्रेस्ट अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अन्विता की मौत ने उसके तीन वर्षीय बेटे को अनाथ बना दिया है।

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अन्विता के पिता की शिकायत पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (IPC) की धाराओं 85, 115(2), 352, 80(2) और दहेज निषेध अधिनियम की धाराओं 3 एवं 4 के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गौरव कौशिक और सुरेंद्र शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उनकी सास मंजू शर्मा से पूछताछ जारी है।

ACP इंदिरापुरम, अभिषेक श्रीवास्तव ने कहा कि इस मामले की गहन जांच की जा रही है। मृतका के परिवार द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर कार्रवाई की गई है, और आरोपी पति तथा उसके पिता को हिरासत में लिया गया है। सास की भूमिका को भी ध्यान में रखते हुए जांच की जा रही है










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