मुरादनगर श्मशान घाट हादसे का मामला मानवाधिकार आयोग पहुंचा, दोषियों पर सख्त कार्रवाई की अपील
गाजियाबाद के मुरादनगर में रविवार को श्मशान घाट की छत गिरने से 25 लोगों की मौत और कई लोगों के घायल होने का मामला अब मानवाधिकार आयोग तक पहुंच गया है। डाइनामाइट न्यूज रिपोर्ट
नई दिल्ली: गाजियाबाद के मुरादनगर में रविवार को एक फल व्यापारी के अंतिम संस्कार के दौरान श्मशान घाट की छत गिरने से मलबे में दबने के कारण हुई 25 लोगों की मौत और 40 लोगों के घायल होने का मामला अब मानवाधिकार आयोग पहुंच गया है। मानवाधिकार आयोग में की गयी अपील में मामले की शीघ्र जांच कराने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अपील की गयी है। अपील में इस हादसे को बड़ी लापरवाही का परिणाम बताया गया है।
इस हादसे को लेकर रविवार को ही यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया था औरत मामले पर तत्काल जांच रिपोर्ट मांगी थी। लापरवाही और भ्रष्टाचार के आरोप में ठेकेदार, नगरपालिका की कार्यपालन अधिकारी समेत कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। इस हादसे के लिये जिम्मेदार ईओ समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि ठेकेदार फरार है। घायलों का अस्पताल में इलाज जारी है, जिसमें से कुछ लोगों की स्थिति अब भी गंभीर बतायी जा रही
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मानवाधिकार कार्यकर्ता अधिवक्ता विष्णु कुमार गुप्ता ने आयोग में याचिका दायर की है। उन्होंने जल्द जांच पूरी करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। याचिका में कहा गया है कि यह हादसा लापरवाही से हुआ है। याची में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव को आदेश दिया जाए कि मृतकों के परिवार को कम से कम 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता मिले। इस हादसे में घायल हुए व्यक्तियों को भी तत्काल बेहतर चिकित्सा सुविधा दी जाए ताकि वे जल्द ठीक हो सकें।
याची ने आयोग से यह भी अपील की है कि इस हादसे की जांच कर मंडलायुक्त और एडीजी से एक सप्ताह में रिपोर्ट ली जाए। साथ ही रिपोर्ट में दोषी पाए गए व्यक्तियों के खिलाफ त्वरित और सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
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