अखिलेश यादव को भारी मतों से जीताने के लिये पूर्व मंत्री सुशील टिबड़ेवाल ने झोंकी ताकत

डीएन ब्यूरो

आजमगढ़ शहर के श्री अग्रवाल धर्मशाला में बुधवार की देर शाम वैश्य समाज व व्यापारियों का एक विशाल सम्मेलन आयोजित किया गया। इसमें सपा उम्मीदवार अखिलेश यादव को भारी मतों से जिताने की रणनीति बनायी गयी।



आजमगढ़: उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री सुशील कुमार टिबड़ेवाल ने व्यापारियों और वैश्य समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आने वाले 12 मई को साइकिल वाले निशान पर अपना अमूल्य मत देकर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को ऐतिहासिक मतों से जीत दिलायें।

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उन्होंने कहा कि व्यापारी समाज का जितना भला अखिलेश यादव जी ने किया है उतना कोई अन्य न तो कर सका है और न ही कर पायेगा। श्री टिबड़ेवाल ने कहा कि भाजपा ने सिर्फ़ व्यापारियों व वैश्य समाज को छलने का काम किया है।

आजमगढ़ में वैश्‍य समाज और व्‍यापारियों को संबोधित करते उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री सुशील कुमार टिबड़ेवाल

अखिलेश यादव एक 'विजनरी पर्सन'

अखिलेश यादव ऐसे नेता है जो कहते हैं वह करते हैं और कह के ही करते हैं। उनके पास विकास का एक विजन है। उत्‍तर प्रदेश में पिछले पांच साल उनके विकास कार्यों को जनता देख चुकी है। जबकि भाजपा केवल ढोंग और जुमलेबाजी करती हैं। आजमगढ़ का यह सौभाग्‍य है कि अखिलेश यादव ने इसे अपनी कर्म भूमि बनाने का निर्णय लिया है। 

समाज के हितों को देखने वाले के लिए धर्म नहीं कर्म के नाम पड़ेगा वोट

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व्‍यापारी समाज को भी अब राजनीतिक रूप से जागरूक होना पड़ेगा। तभी कोई दल भी इस समाज का भला कर सकता है। इसलिए मेरा कहना है व्‍यापारी समाज को एकमत होकर अन्‍य समाज की तरह अपने हितों पर विचार करना होगा अन्‍यथा व्‍यापारी समाज समाज पिछड़ा रहेगा। व्‍यापारी समाज को अब कहना होगा कि हम धर्म के नाम पर नहीं वोट देंगे जो राजनीतिक दल हमारे हितों की बात करेगा हमारा वोट उसी को जाएगा। हमारा वोट कर्म के नाम पर पड़ेगा।

आजमगढ़ के श्री अग्रवाल धर्मशाला में सपा के कार्यक्रम में पहुंचे वैश्‍य समाज और व्‍यापारी

राज्‍य सभा व विधान परिषद में दो-दो सीटें हों सुरक्षित

व्‍यापारी समाज को विधानसभा और लोकसभा में प्रतिनिधित्‍व दिया जाना चाहिए। साथ ही जैसे हर समाज में राज्‍य सभा और विधान परिषद में सीटें सुरक्षित हैं वैसे ही व्‍यापारी समाज के लिए भी दो-दो सीटों की व्‍यवस्‍था होनी चाहिए।

भाजपा से मिली केवल उपेक्षा

यह कहने में मुझे संकोच नहीं है कि व्‍यापारी वर्ग भाजपा के साथ जुड़ा रहा है धर्म के आधार पर जुड़ा रहा है। अपने स्‍वहित के आधार पर नहीं जुड़ा रहा है। जबतक आप अपने स्‍वहित की चिंता नहीं करेंगे तब तक सभी दल आपकी उपेक्षा करेंगे। इस समाज ने भाजपा का बहुत साथ दिया लेकिन बदले में केवल उपेक्षा मिली। 

वरिष्‍ठ सपा नेता और उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री सुशील कुमार टिबड़ेवाल 

वोट लेने वालों ने केवल दो लोगों को दिया टिकट

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आप भी यह सोंचे कि कौन हमारे समाज के लोगों को लोकसभा और विधानसभा भेज सकता है। आज भाजपा ने व्‍यापारी समाज के केवल दो लोगों को टिकट दिया है जबकि सपा-बसपा गठबंधन ने पांच लोगों को उम्‍मीदवार बनाया है। वहीं व्‍यापारी समाज के जो लोग 2014 में लोकसभा में जीत कर पहुंचे थे भाजपा ने इस बार उनका भी टिकट काट दिया।

जीएसटी व नोटबंदी बना व्‍यापारियों के लिए मुसीबत

जीएसटी को जिस तरह से लागू किया गया है उससे व्‍यापारी वर्ग बहुत परेशान है। उससे भी अधिक नोटबंदी ने छोटे व्‍यापार करने वालों को लगभग पूरी तरह तबाह कर दिया है।

भाजपा पर व्‍यापारी समाज की उपेक्षा का आरोप लगाते उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री सुशील कुमार टिबड़ेवाल  

मुलायम सिंह यादव ने चुंगी व्‍यवस्‍था से दिलाई थी निजात 

व्‍यापारी समाज को समाजवादी पार्टी ने हमेशा सम्‍मान दिया है। चुंगी को समाजवादी पार्टी के वयोवृद्ध नेता मुलायम सिंह यादव ने खत्‍म किया। चुंगी पर व्‍यापारी समाज अपमानित होता था। अधिकारी कर्मचारी उनसे जबरदस्‍ती अवैध वसूली करते थे। जिसे मुलायम सिंह यादव ने रोका। हालांकि इसके बावजूद भी प्रदेश स्‍तर पर व्‍यापारी समाज उनसे जुड़ा नहीं। 

इस अवसर पर व्यापार मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सांसद बनवारी लाल कंछल, पूर्व कैबिनेट मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव, व्यापार मंडल के ज़िला अध्यक्ष पदमाकर लाल वर्मा, पूर्व ज़िला पंचायत सदस्य पारसनाथ यादव सहित बड़ी संख्या में व्यापारी व वैश्य समाज के लोग मौजूद रहे।










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