पूर्व भारतीय कोच गैरी कर्स्टन ने किया दावा, विश्व कप नहीं जीत पाने का सिलसिला तोड़ने में सक्षम भारतीय टीम

डीएन ब्यूरो

महेंद्र सिंह धोनी के साथ गैरी कर्स्टन ने 2011 में भारत को विश्व कप दिलाया तो किसी ने सोचा भी नहीं था कि अगली ट्रॉफी के लिये भारत का इंतजार इतना लंबा हो जायेगा लेकिन इस पूर्व कोच का मानना है कि भारतीय टीम इस इंतजार को खत्म करने में सक्षम है और शायद इसी साल टी20 विश्व कप में । पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

पूर्व भारतीय कोच गैरी कर्स्टन
पूर्व भारतीय कोच गैरी कर्स्टन


केपटाउन: महेंद्र सिंह धोनी के साथ गैरी कर्स्टन ने 2011 में भारत को विश्व कप दिलाया तो किसी ने सोचा भी नहीं था कि अगली ट्रॉफी के लिये भारत का इंतजार इतना लंबा हो जायेगा लेकिन इस पूर्व कोच का मानना है कि भारतीय टीम इस इंतजार को खत्म करने में सक्षम है और शायद इसी साल टी20 विश्व कप में ।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार भारतीय टीम के साथ 2008 से 2011 तक मुख्य कोच रहे कर्स्टन ने कहा ,‘‘ मुझे नहीं लगता कि विश्व कप जीतना आसान है । कतई नहीं । आस्ट्रेलिया ने जरूर दूसरी टीमों की तुलना में इसमें महारत हासिल कर ली है लेकिन भारत भी विश्व कप में सफलता के शिखर तक पहुंचने में सक्षम है ।’’

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उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे इसमें कोई हैरानी नहीं होगी अगर भारतीय टीम जल्दी ही इस कमी को पूरा करती है ।’’

यह पूछने पर कि क्या पिछले साल अपनी सरजमीं पर फाइनल में मिली नाकामी के बाद भारत वेस्टइंडीज और अमेरिका में इस साल होने वाले टी20 विश्व कप में पिछले एक दशक से अधिक समय से चला आ रहा इंतजार खत्म कर सकता है , उन्होंने कहा ,‘‘निस्संदेह । भारत विश्व कप जीतने में सक्षम है क्योंकि उसके पास ऐसा करने का माद्दा रखने वाले खिलाड़ी हैं । लेकिन विश्व कप जीतने के लिये बहुत कुछ सही होना जरूरी है खासकर नॉकआउट मैचों में जिनमें कुछ भी संभव है ।’’

अपने कैरियर में 185 वनडे मैचों में 6798 रन बना चुके कर्स्टन का मानना है कि 50 ओवरों के क्रिकेट को जीवंत बनाये रखने के लिये प्रासंगिकता जरूरी है ।

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उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे लगता है कि हर वनडे मैच में प्रासंगिकता होनी चाहिये । मुझे तीन या चार देशों के वनडे टूर्नामेंट पसंद हैं लेकिन कई बार द्विपक्षीय श्रृंखलायें अप्रासंगिक हो जाती हैं। मैं चाहता हूं कि हर साल वनडे में एक विश्व चैम्पियन मिले । अंक व्यवस्था या जिस तरीके से भी लेकिन प्रतिस्पर्धा जरूरी है ।’’

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इस 56 वर्षीय कोच ने कहा ,‘‘हाल ही में भारत में वनडे विश्व कप हुआ जिसे लोगों ने बहुत पसंद किया । मैने भी कुछ मैच देखे जो रोमांचक थे । इस प्रारूप में मैंने काफी क्रिकेट खेली है और यह शानदार प्रारूप है ।’’

‘क्लब बनाम देश’ विवाद पर उन्होंने कहा कि फ्रेंचाइजी क्रिकेट इस मायने में जरूरी है क्योंकि यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेल पाने वाली प्रतिभाओं को उनके सपने पूरे करने के लिये मंच दे रहा है ।

कर्स्टन ने कहा ,‘‘ हर किसी के लिये अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल पाना संभव नहीं है । लेकिन फ्रेंचाइजी लीग खेलकर युवा अपने सपने पूरे कर रहे हैं । इससे उन्हें पेशेवर क्रिकेट खेलने का मौका मिल रहा है जो अच्छी बात है ।’’

‘दक्षिण अफ्रीका 20 लीग’ का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि देश के क्रिकेट तंत्र के लिये इस तरह की लीग जरूरी है ।

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उन्होंने कहा ,‘‘ इस देश में क्रिकेट को जीवंत बनाये रखने के लिये ‘दक्षिण अफ्रीका 20’ जैसी लीग जरूरी है । दुनिया भर में इस तरह की लीग हो रही है जो आर्थिक दृष्टिकोण से भी अहम है । जब युवा इन मैचों में अपने नायकों को खेलते देखते हैं तो उनकी तरह बनना चाहते हैं ।’’

इंडियन प्रीमियर लीग में गुजरात टाइटंस के कोच ने इस बात का कोई सीधा जवाब नहीं दिया कि मौका मिलने पर क्या वे भारतीय टीम के साथ बतौर कोच दोबारा जुड़ना चाहेंगे ।

उन्होंने कहा ,‘‘मैं हर साल भारत जाता हूं और मुझे बहुत अच्छा लगता है । आईपीएल में यह मेरा आठवां सत्र होगा और गुजरात टाइटंस के लिये काम करने में बहुत मजा आ रहा है । आशीष नेहरा मेरा दोस्त है और हम सभी टीम से काफी जुड़े हुए हैं ।’’

कर्स्टन ने कहा ,‘‘ राष्ट्रीय टीम की कोचिंग का प्रस्ताव मिलता है तो यह सम्मान की बात होगी । लेकिन अभी कुछ कह नहीं सकता ।’’

उन्होंने गुजरात टाइटंस के भावी कप्तान शुभमन गिल की तारीफों के पुल बांधते हुए कहा, ‘‘ शुभमन सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटरों में से एक है। एक आईपीएल सत्र में 900 से अधिक रन बनाना हर किसी के बस की बात नहीं । वह सीखने को लालायित रहता है और मुझे यकीन है कि उसे कप्तानी में मजा आयेगा।’’

नौ साल पहले यहां कमजोर तबके के बच्चों के लिये कैच ट्रस्ट फाउंडेशन शुरू करने वाले कर्स्टन ने कहा ,‘‘इन बच्चों में से अगर कोई प्रतिभाशाली आगे आकर देश के लिये खेल पाता है तो यह हमारा दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट को योगदान होगा ।’’










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