यूपी में फिर अवैध शराब का कहर, फतेहपुर में देशी शराब पीने से 2 लोगों की मौत, 10 गंभीर, गांव में कोहराम

डीएन संवाददाता

लाख प्रयासों के बावजूद भी अवैध शराब की खऱीद-फरोख्त के मामले रुकने के नाम नहीं ले रहे हैं। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में कच्ची शराब पीने से दो लोगों की मौत हो गई जबकि 10 लोग गंभीर रूप से बीमार हैं। पढिये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट



फ़तेहपुर: उत्तर प्रदेश में फिर अवैध शराब के कहर का मामला सामने आया है। फतेहपुर जिले के दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में कच्ची और अवैध शराब पीने से दो लोगों की मौत हो गई जबकी 10 लोग गंभीर रूप से बीमार हो गये हैं। ये घटना थाना गाज़ीपुर और जहानाबाद थाना क्षेत्र की है। कच्ची शराब के सेवन से गंभीर रूप से तबियत खराब होने के कारण 10 लोगों को इलाज के लिये जिला अस्पताल से कानपुर के हैलेट अस्पताल में रैफर कर दिया गया है। घटना के बाद दोनों गांवों में कोहराम मचा हुआ है। पुलिस प्रशासन मामले की जांच में जुट गया है। मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिये भेज दिये गये हैं। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत के कारणों का सही पता चल सकेगा।

अस्पताल में उपचाराधीन मजदूर

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक पहली घटना फ़तेहपुर के थाना गाज़ीपुर के भौली गांव की है। भौली गांव में बुधवार को कामता मौर्य के मकान का निर्माण कार्य चल रहा था। देर शाम छत ढालने के बाद कामता मौर्य ने मजदूरों को देशी शराब मंगवा कर पिलाई। शराब पीते ही देर रात चार मजदूरों की हालत बिगड़ गई। सभी मजदूरों को उपचार के लिए शहर के न्यू अल कबीर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहाँ उपचार के दौरान गुरुवार की रात भोला और मोती की मौत हो गई। जबकि शत्रुहन का इलाज न्यू अल कबीर हॉस्पिटल में व रामराज का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। शराब का सेवन करने वाले अन्यच मजदूरों की भी बाद में तबियत खराब हो गई। सभी को इलाज के लिये अस्पताल में भर्ती कराया गया।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक दूसरा मामला जहानाबाद थाना क्षेत्र के दारागंज गांव का है, जहाँ सोनू नाम के मजदूर व्यक्ति ने बकेवर थाना के बेता डेरा गांव में कच्ची शराब खरीदकर पी। शराब पीते ही सोनू की हालत बिगड़ गई। ग्रामीणों की सूचना के बाद 112 पुलिस मौके पर पहुंची और सोनू को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया। बीमार सोनू ने बताया कि वह गुरुवार की रात डेरा गांव से कच्ची शराब खरीद कर पी। शराब पीते ही उसकी हालत खराब हो गई। जब उसकी आंख खुली तो वह जिला अस्पताल के बेड पर था।

हालांकि भौली गांव में भवन निर्माण के काम में शामिल एक मजदूर का कहना है कि भवन निर्माण के काम में 20-22 लोग शामिल थे लेकिन शराब पीने वाले उनमें से केवल 7-8 लोग ही थे।कच्ची शराब का सेवन करने वाले सभी मजदूरों की तबियत खराब हुई। शराब पीने वाले दो मजदूरों की इलाज के दौरान जिला अस्पताल में मौत हो गई जबकि अन्य लोगों की तबियत बिगड़ गई। पहले सभी मजूदरों को अलग-अलग अस्पतालो में भर्ती कराया गया। बाद में जिला अस्पताल रैफर किया गया। जिला अस्पताल में गंभीर स्थिति को देखते हुए 10 मजदूरों को कानपुर हैलेट अस्पताल इलाज के लिये भेज दिया गया।

एसपी सतपाल अंतिल ने बताया कि मकान निर्माण के दौरान शराब पीने से मजदूर बीमार हुए है। जिसमे दो मजदूरों की मौत हो गई है। बाकी अस्पताल में भर्ती है। मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मजदूरों के मौत के कारणों का पता चल सकेगा। 










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