यूपी में बारिश ने फेरा किसानों के सपनों पर पानी, फतेहपुर में अव्यवस्थाओं के कारण हजारों कुंतल गेहूं बर्बाद

डीएन संवाददाता

राज्य में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश ने सरकारी अव्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी है। तौल के लिये मंडी में रखा गया लाखों रूपये का गेहूं बर्बाद हो गया है। पढिये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट



फतेहपुर: राज्य में दो दिन से हो रही बारिश ने सरकार अव्यवस्थाओं की पोल खोलने के साथ ही किसानों के सपनों पर भी पानी फेर दिया है। सरकार द्वारा किसानों के लिये कई दावे किये जाते हैं लेकिन बीते दिन हुई बारिश ने इन दावों को हवा-हवाई साबित कर दिया है। आलम यह है कि अनाज की सुरक्षा तक के लिये मंडियों में उचित व्यवस्थाएं नहीं हैं, जिसके चलते बारिश के कारण जनपद के किसानों का हजारों कुंतल गेहूं खराब हो गया है।

किसानों द्वारा कृषि उत्पादन मंडी समिति के क्रय केंद्रों पर तौल के लिए लाया गया हजारों कुंतल गेहूं बारिश के बर्बाद हो गया है। यह गेहूं खुले आसमान के नीचे रखा गया था। धूल-मिट्टी और बारिश से बचने के लिये पुख्ता इंतजाम न हो पाने के कारण लाखों रूपये मूल्य का गेहूं खराब हो गया है। गेहूं के बर्बाद होने से किसानों के सामने नया संकट खड़ा हो गया है।

यह मामला कृषि उत्पादन मंडी समिति दो क्रय केंद्रों- आदर्श मंडी स्थल अशोथर और फतेहपुर मंडी का है। यहां बिक्री के लिये खुले आसमान के नीचे किसानों द्वारा अपनी उपज रखी गई थी। गेहूं की बंद पड़ी बोरियां भी पूरी तरह भीग जाने से उनमें रखी उपज भी खराब हो गई है। 

डाइनामाइट न्यूज से बातचीत में किसानों का कहना है कि बारिश के कारण बड़ी मात्रा में उनका गेहूं सड़ गया है। किसानों का कहना है कि गेहूं बर्बाद होने से वे अब भुखमरी के कगार पर आ गये हैं। सरकार से भी किसानों को ज्यादा उम्मीद नहीं है।

डाइनामाइट न्यूज से बातचीत में में समिति के मार्केटिंग ऑफिसर का कहना बारिश के पानी के कारण गेहूं भीग गया है लेकिन मौसम साफ होने पर इसे सुखवाकर दोबारा तौल कराया जायेगा और उसके बाद किसानों से गेहूं की खरीद होगी। लेकिन बारिश के कारण किसानों को हुए नुकसान पर कोई भी अफसर और जिम्मेदार मुंह खोलने को तैयार नहीं हैं।










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