

22 अक्टूबर से धरनारत आंगनबाड़ी सहायिकाओं ने सूबे में निकाय चुनाव में बीएलओ की डियूटी का भी बहिष्कार कर दिया है, जिसके बाद उन पर भारी दबाव बनाया जा रहा हैं। आंगनबाड़ी सहायिकाओं ने अपनी हड़ताल और तेज़ करने की घोषणा की है..
फतेहपुर: तेरह सूत्री मांगों को लेकर धरना दे रही आंगनबाड़ी सहायिकाओं ने अपनी हड़ताल और तेज़ करने की घोषणा की है। आंगनबाड़ी सहायिकाओं ने सूबे में निकाय चुनाव में बीएलओ की डियूटी का भी बहिष्कार कर दिया है, जिसके बाद उन पर भारी दबाव बनाया जा रहा हैं। आंगनबाड़ी सहायिकाएं 22 अक्टूबर से फ़तेहपुर की नहर कॉलोनी में लगातार धरना दे रहीं हैं।
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डाइनामाइट न्यूज़ से बात करते हुऐ महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की प्रांतीय उपाध्यक्ष और जिलाध्यक्ष सुनन्दा तिवारी ने कहा कि शून्य से पांच वर्ष की आयु के बच्चों के टीकाकरण (मिशन इंद्रधनुष) का हम बहनों ने पूर्ण बहिष्कार किया है। साथ ही निकाय चुनाव में बीएलओ की डियूटी का भी हम लोगों ने बहिष्कार कर दिया है। उन्होंने कहा कि बीएलओ की डियूटी के बहिष्कार के बाद हमें लगातार धमकी मिल रहीं हैं, लेकिन हम इससे डरने वाले नहीं है।
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संघ की जिला उपाध्यक्ष रेहाना परवीन ने कहा कि आंगनबाड़ी से राजस्व विभाग, स्वास्थ्य विभाग, आईसीडीएस का काम लिया जाता है और सरकार हमें न के बराबर पैसा देती है। इसलिए हम बहनों ने पूर्ण रूप से कलम बन्द हड़ताल कर रखी है। यदि सरकार ने फिर भी हमारी बात नहीं मानी तो हम भूख हड़ताल भी करेंगे।
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