दिल्ली में प्रवेश से रोके जाने पर राकेश टिकैत के नेतृत्व में किसानों का धरना, गाजीपुर बॉर्डर बंद, जानिये ताजा अपडेट

डीएन ब्यूरो

भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों को रविवार को दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर रोक दिया, क्योंकि वे राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

गाजीपुर बॉर्डर पर प्रशासन और राकेश टिकैत में भिड़ंत
गाजीपुर बॉर्डर पर प्रशासन और राकेश टिकैत में भिड़ंत


नयी दिल्ली: भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों को रविवार को दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर रोक दिया, क्योंकि वे राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार नए संसद भवन के पास पहलवानों की ओर से आहूत प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए सैकड़ों की संख्या में किसान दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे।

जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे पहलवानों को नए संसद भवन के पास प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी गयी है। ये पहलवान महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोप में भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं।

इस बीच, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया को दिल्ली पुलिस ने रविवार को सुरक्षा घेरा तोड़कर महिला ‘महापंचायत’ के लिए नए संसद भवन की ओर बढ़ने की कोशिश करने के बाद कानून और व्यवस्था के उल्लंघन के लिए हिरासत में ले लिया।

शीर्ष पहलवानों ने 23 अप्रैल को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर अपना आंदोलन फिर से शुरू किया था।

कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शनों का नेतृत्व करने वाले राकेश टिकैत ने भारी सुरक्षा वाले गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद कहा, ‘‘अन्य सभी किसानों को पुलिस द्वारा रोक दिया गया है। अभी हम यहीं बैठेंगे और तय करेंगे कि आगे क्या करना है।’’

बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की मौजूदगी के बीच दिल्ली में प्रवेश करने के लिए बैरिकेड तोड़ने की कोशिश करने वाले किसानों और सुरक्षाकर्मियों के बीच तीखी बहस हुई।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में किसानों के प्रवेश को रोकने के लिए एहतियात के तौर पर अब गाजीपुर बॉर्डर को बंद कर दिया गया है।

पुलिस अधिकारी ने कहा कि आनंद विहार और आसपास के अन्य इलाकों में जाने वाले मार्गों पर जाम लग गया और यातायात में आवश्यक बदलाव किया गया है।

प्रदर्शनकारी पहलवानों द्वारा 'महिला सम्मान महापंचायत' के आह्वान के मद्देनजर दिल्ली की सीमाओं पर बैरिकेड और पुलिस चौकियों के साथ सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह के दिन कोई गड़बड़ी न हो।

हर मार्ग पर, खासकर नयी दिल्ली क्षेत्र की ओर जाने वाले मार्गों पर भारी पुलिस बल तैनात था।

इस बीच, दिल्ली के विशेष पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) दीपेंद्र पाठक ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी, रणनीतिक स्थानों और इसके सीमावर्ती क्षेत्रों में व्यापक और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है और यह सुनिश्चित करेगी कि कानून व्यवस्था बनी रहे।

पाठक ने कहा, ‘‘ नए संसद भवन के उद्घाटन में गड़बड़ी पैदा करने के किसी भी प्रयास से बहुत ही विनम्रता और दृढ़ता से निपटा जाएगा। मैं हमारे सम्मानित एथलीटों से अनुरोध करता हूं कि आज ऐसा कुछ भी न करें। ’’

दीपेंद्र पाठक ने यह भी कहा कि पुलिस इतने महत्वपूर्ण दिन पर किसी को भी देश विरोधी गतिविधियों में शामिल नहीं होने देगी और किसी भी स्थिति से पेशेवर तरीके से निपटेगी।

पुलिस द्वारा वाहनों की जांच के साथ ही दिल्ली की सभी सीमाओं पर प्रवेश बिंदुओं पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।










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