विशेषक्षों ने बताये महलिाओं से रेप के मामले बढ़ने के ये कारण, पढ़िये चौकाने वाली ये रिपोर्ट
विभिन्न गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने यहां एक सम्मेलन में यह राय व्यक्त की कि अश्लील सामग्री को ओटीटी, सोशल मीडिया मंचों और फिल्मों में मनोरंजन बताकर परोसा जा रहा है और यह बलात्कार के मामले बढ़ने का कारण है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
अहमदाबाद: विभिन्न गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने शनिवार को यहां एक सम्मेलन में यह राय व्यक्त की कि अश्लील सामग्री को ओटीटी, सोशल मीडिया मंचों और फिल्मों में मनोरंजन बताकर परोसा जा रहा है और यह बलात्कार के मामले बढ़ने का कारण है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार ‘सेव कल्चर, सेव नेशन’ विषयक सम्मेलन में 30 से अधिक एनजीओ के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इसमें प्रस्ताव पारित कर व्यापक राष्ट्रहित में इस तरह की विषय-वस्तु पर रोकथाम के लिए केंद्र सरकार से कठोर कदम उठाने की मांग की गयी।
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आयोजकों ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘एनजीओ के आज यहां संपन्न हुए राष्ट्रीय सम्मेलन में इस बात पर सहमति बनी कि अश्लील सामग्री को ओटीटी, सोशल मीडिया मंचों, फिल्मों पर मनोरंजन के रूप में बेचा जा रहा है और अश्लील सामग्री का बढ़ना दुष्कर्म के मामले बढ़ने का मुख्य कारण है।’’
प्रस्ताव में केंद्र सरकार को फिल्मों के लिए एक अनिवार्य आचार संहिता बनाने के लिहाज से हितधारकों के साथ विचार-विमर्श के उपाय भी सुझाये गये हैं।
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सम्मेलन को केंद्रीय सूचना आयुक्त उदय माहुरकर, हिंदू धर्म आचार्य स्वामी परमात्मानंद के महासचिव और पीपुल अगेंस्ट रेप्स इन इंडिया (परी) की संस्थापक योगिता भयाना ने भी संबोधित किया।