ईडी ने धनशोधन मामले में 245 करोड़ रुपये मूल्य के भूखंड अपने कब्जे में लिए
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को कहा कि रीअल्टी कंपनी यूनिटेक और उसके प्रवर्तकों के खिलाफ दर्ज धनशोधन मामले में हरियाणा के गुरुग्राम में स्थित 245 करोड़ रुपये मूल्य के 15 भूखंड अपने “कब्जे” में ले लिए हैं।
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को कहा कि रीअल्टी कंपनी यूनिटेक और उसके प्रवर्तकों के खिलाफ दर्ज धनशोधन मामले में हरियाणा के गुरुग्राम में स्थित 245 करोड़ रुपये मूल्य के 15 भूखंड अपने “कब्जे” में ले लिए हैं।
एजेंसी ने एक बयान में कहा कि ये भूखंड यूनिटेक के बेनामी समूह त्रिकार ग्रुप से जुड़े हैं।
बयान में कहा गया है कि ईडी ने पहले इन अचल संपत्तियों को धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धाराओं के तहत कुर्क किया था और पीएमएलए के निर्णायक प्राधिकरण द्वारा इसकी पुष्टि के बाद, एजेंसी ने अब इन भूखंड को भौतिक रूप से अपने कब्जे में ले लिया है।
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दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने यूनिटेक ग्रुप, इसके प्रवर्तक बंधु- संजय चंद्रा और अजय चंद्रा- तथा उनके परिवार व अन्य के खिलाफ कई प्राथमिकी दर्ज की थी, जिसके बाद धनशोधन का मामला दर्ज किया गया था।
एजेंसी ने इस मामले में चंद्रा बंधुओं रमेश चंद्रा (उनके पिता और यूनिटेक के संस्थापक), प्रीति चंद्रा (संजय चंद्रा की पत्नी), राजेश मलिक (आरोपी कंपनी कार्नोस्टी ग्रुप के प्रमोटर) को गिरफ्तार किया था।
ईडी ने इस मामले में कुल 1,132.55 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है। दो आरोप पत्र दायर किए हैं और 45 छापे मारे हैं।
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ईडी ने कहा, “कुर्क संपत्तियों में कार्नोस्टी समूह, शिवालिक समूह, त्रिकार समूह और मुखौटा, बेनामी व चंद्रा परिवार की निजी कंपनियों आदि की संपत्तियां शामिल हैं।”