क्या आप जानते है क्या है पासकीज? नहीं ..., तो पढ़ें ये जरूरी रिपोर्ट

डीएन ब्यूरो

‘पासवर्ड’ जल्द ही अतीत की बात हो सकते हैं। प्रभावी पासवर्ड बोझिल होते हैं, खासकर तब जब इनकी अनिवार्यता दो-कारक की पुष्टि करने पर हो। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
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ओमाहा (अमेरिका): ‘पासवर्ड’ जल्द ही अतीत की बात हो सकते हैं। प्रभावी पासवर्ड बोझिल होते हैं, खासकर तब जब इनकी अनिवार्यता दो-कारक की पुष्टि करने पर हो। हालांकि, वेबसाइट तक प्रमाणीकरण और सुरक्षित पहुंच की आवश्यकता हमेशा की तरह बेहद आवश्यक है।

पासकीज, आपके फोन या कंप्यूटर पर संग्रहीत डिजिटल जानकारियां हैं, जो भौतिक कीज (कुंजियों) के समान हैं।

आप व्यक्तिगत पहचान संख्या (पिन), स्वाइप पैटर्न, फिंगरप्रिंट या चेहरे की पहचान जैसे बायोमेट्रिक्स का उपयोग करके अपने उपकरण में अपनी पासकीज तक पहुंच सकते हैं।

आप अपने ऑनलाइन अकाउंट को भरोसे के साथ खुद के फोन या कंप्यूटर में उपयोग करते हैं। आपके अकाउंट में सेंध लगाने के लिए, एक हैकर को आपके फोन या कंप्यूटर को भौतिक रूप से अपने कब्जे में लेना होगा।

एक साइबर सुरक्षा शोधकर्ता के रूप में, मेरा मानना है कि किसी अकाउंट में प्रवेश करने के लिए पासकीज न केवल तेज, आसान और अधिक सुरक्षा प्रदान करती हैं, बल्कि वे पासवर्ड सुरक्षा और प्रमाणिकता चरणों में मानवीय त्रुटि को कम करती हैं।

आपको प्रत्येक अकाउंट के लिए पासवर्ड याद रखने की आवश्यकता नहीं है और दो-कारक प्रमाणीकरण का उपयोग करने की भी जरूरत नहीं है।

पासकीज कैसे काम करती हैं :

पासकीज, ‘सार्वजनिक-कुंजी क्रिप्टोग्राफी’ के जरिये बनती हैं। पासकीज उपयोगकर्ताओं के उपकरणों और उपयोग होने वाले ऑनलाइन अकाउंट के बीच गणितीय रूप से सुरक्षित जुड़ाव सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त रूप से एक ‘सार्वजनिक-निजी कुंजी’ का उपयोग करती हैं।

किसी हैकर के लिए पासकीज का अनुमान लगाना लगभग असंभव होगा, इसलिए पासकीज को जिस उपकरण से उपयोग किया गया है, हैकर को उसे भौतिक रूप से प्राप्त करने की आवश्यकता होगी। पासकीज में एक लंबी निजी कुंजी होती है, जो एक विशिष्ट उपकरण के लिए बनाई गई है।

वेबसाइट की पहुंच पासकीज तक नहीं हो सकती है। इसके बजाय, पासकीज पुष्टि करती है कि वेबसाइट के पास संबंधित सार्वजनिक कुंजी है।

हालांकि, आप किसी वेबसाइट तक पहुंचने के एक उपकरण का उपयोग करके किसी अन्य उपकरण से पासकीज का उपयोग कर सकते हैं।

उदाहरण के लिए, आप अपने फोन से लॉगिन को अधिकृत करके अपने फोन की पासकीज के जरिये किसी वेबसाइट तक पहुंचने के लिए अपने लैपटॉप का उपयोग कर सकते हैं। और, यदि आपका फोन खो जाता है, तो पासकीज को फोन के अन्य डेटा के साथ क्लाउड में सुरक्षित रूप से संग्रहीत किया जा सकता है, जिसे नए फोन में पुनर्स्थापित किया जा सकता है।

पासकीज क्यों मायने रखती हैं :

पासवर्ड का अनुमान लगाया जा सकता है, इसमें सेध लगाई जा सकती है या इसे चोरी किया जा सकता है। सुरक्षा विशेषज्ञ उपयोगकर्ताओं को ऐसे पासवर्ड बनाने की सलाह देते हैं, जिसमें संख्या, शब्द और विशेष प्रतीकों को मिलाकर बनाया गया है और पासवर्ड लंबा हो।

हालांकि, इस बात भी जोर दिया जाता है कि पासवर्ड बिल्कुल सरल व आसान नहीं हो, लेकिन ऐसा हो जिसे याद रखा जा सके।

यहां तक कि अगर आप अपने पासवर्ड को सुरक्षित रखने के लिए हरसंभव उपाय का पालन करते हैं, तो भी इसकी पूरे तरह सुरक्षित होने की कोई गारंटी नहीं है।

पासकीज उपयोगकर्ता को अपने सभी पासवर्ड को बनाने, याद रखने और सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी से मुक्ति दिला देती हैं। एप्पल, गूगल और माइक्रोसॉफ्ट पासकीज को बढ़ावा दे रहे हैं और उपयोगकर्ताओं को पासवर्ड के बजाय पासकीज का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।










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