DN Survey: महराजगंज जिले के नौतनवा चेयरमैन की सीट पर दो निर्दलीयों के बीच कांटे का मुकाबला, वोटिंग के बाद का सबसे बड़ा सर्वे

शिवेंद्र चतुर्वेदी

जिले के घने व्यवसायिक कस्बे नौतनवा में निकाय चुनाव के लिए 4 मई को वोट पड़ चुके हैं और 13 मई को मतगणना होगी। हर कोई जानना चाहता है कि इस बार चेयरमैन की कुर्सी पर कौन बैठेगा। इस सवाल का जवाब जानने के लिए डाइनामाइट न्यूज़ ने जनता के बीच जाकर सर्वे किया और जानी उनकी राय। देखिये ये शानदार रिपोर्ट



नौतनवा (महराजगंज): पूरे महराजगंज जिले में खबरों का मतलब सिर्फ और सिर्फ डाइनामाइट न्यूज़। जनता का भरोसा डाइनामाइट न्यूज़। महराजगंज में हर गरीब की आवाज डाइनामाइट न्यूज़। 

जिस खबर से आम जनता का सीधा सरोकार होता है, उसके हर पहलू से आपको बाखबर रखता है सिर्फ डाइनामाइट न्यूज़। तभी तो हमारा मूलमंत्र है "खबर सच्ची क्योंकि सोच अच्छी"

जिले की 2 नगर पालिकाओं और 8 नगर पंचायतों में 4 मई को वोटिंग हो जाने के बाद हर कोई जानना चाहता है कि उनके वहां कौन सा प्रत्याशी जीतेगा। इस सवाल का जवाब जानने के लिए डाइनामाइट न्यूज़ की टीम हर एक नगर पालिका और नगर पंचायत में जाकर वहां मतदाताओं की राय जान रही है।

इसी कड़ी में आज डाइनामाइट न्यूज़ की टीम पहुंची है नौतनवा कस्बे में। 

यहां पर बड़ी संख्या में मतदाताओं से डाइनामाइट न्यूज़ ने बातचीत की। मैदान में कुल 7 प्रत्याशी हैं। इनमें भाजपा से उमेश जायसवाल, सपा से छाया सिंह, कांग्रेस से जितेंद्र, निर्दलीय के रुप में चार प्रत्याशी मो० कलीम उर्फ गुड्डू खान, बृजेश मणि त्रिपाठी, ज्ञानेंद्र सिंह और विकास ने अपना भाग्य आजमाया है। 

निर्दलीय गुड्डू खान नामांकन के दौरान (फाइल फोटो)

30255 मतदाताओं वाली नौतनवा नगर पालिका परिषद में इस बार 62.76 प्रतिशत मतदान हुआ है। नौतनवा की दिलचस्प कहानी यह है कि यहां पार्टी का कोई मतलब नहीं तभी तो लगातार तीन बार से निर्दलीय मो० कलीम उर्फ गुड्डू खान का परिवार इस कुर्सी पर काबिज होता आ रहा है। 

निर्दलीय ब्रजेश मणि त्रिपाठी जनसंपर्क के दौरान (फाइल फोटो)

मतदाताओं की राय के मुताबिक यहां सीधा मुकाबला निवर्तमान चेयरमैन और निर्दलीय प्रत्याशी गुड्डू खान तथा एक अन्य निर्दलीय ब्रजेश मणि त्रिपाठी के बीच है लेकिन भाजपा प्रत्याशी उमेश जायसवाल इस मुकाबले को जोरदार तरीके से त्रिकोणीय बनाने की कोशिश की। वे कितना सफल हुए यह तो काउंटिग से साफ होगा लेकिन लोगों का मानना है कि हार-जीत का अंतर नजदीकी होगा। 

ज्यादातर मतदाताओं का जवाब गुड्डू खान हां या ना के इर्द-गिर्द रहा। मतलब कि गुड्डू खान को चौथी बार मौका दिया जाना चाहिये या नहीं? गुड्डू खान ने विकास किया या नहीं? वोटिंग का यहां पैटर्न इसी सवाल के अंतर्गत देखने को मिला।










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