देवरिया का जिला प्रशासन 11 व्यक्तियों के शस्त्र लाइसेंस को निरस्त करेगा
देवरिया जिला प्रशासन ने उन 11 व्यक्तियों की पहचान की है जिनके शस्त्र लाइसेंस दो अक्टूबर की घटना के संबंध में निरस्त किए जाएंगे। दो अक्टूबर को एक भूमि विवाद में छह लोगों की जान चली गयी थी। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
देवरिया (उप्र): देवरिया जिला प्रशासन ने उन 11 व्यक्तियों की पहचान की है जिनके शस्त्र लाइसेंस दो अक्टूबर की घटना के संबंध में निरस्त किए जाएंगे। दो अक्टूबर को एक भूमि विवाद में छह लोगों की जान चली गयी थी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक जिले के रुद्रपुर के फतेहपुर लेहड़ा में हुई इस घटना में एक ही परिवार के पांच लोगों समेत छह लोग मारे गए थे।
अपर जिला मजिस्ट्रेट (प्रशासन) गौरव श्रीवास्तव ने बृहस्पतिवार को कहा कि दो अक्टूबर की घटना के बाद मृतक प्रेम यादव (50) का शस्त्र लाइसेंस स्वतः ही निरस्त हो गया। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने ऐसे 11 व्यक्तियों की पहचान की है जिनके शस्त्र लाइसेस निरस्त किए जाएंगे।
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उन्होंने कहा कि जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय में इस संबंध में सुनवाई की जाएगी जिसके बाद इन शस्त्र लाइसेसों को निरस्त करने की दिशा मे कदम उठाए जाएंगे।
दो अक्टूबर को, पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव पर उसके प्रतिद्वंदी सत्यप्रकाश दूबे और उसके परिवार द्वारा तेज धारदार हथियार से उस समय हमला किया गया जब यादव दूबे के घर गए थे। इस घटना के तुरंत बाद यादव के समर्थकों ने बदला लेने के लिए दूबे के घर पर हमला किया और दूबे, उसकी पत्नी किरण दूबे (52), बेटी सलोनी (18) और नंदिनी (10) और बेटे गांधी (15) को जान से मार दिया।
दूबे का आठ साल का बेटा अनमोल इस हमले में घायल हुआ था और उसे बीआरडी मेडिकल कालेज, गोरखपुर मे भर्ती कराया गया था। दूबे के सबसे बड़े बेटे 17 वर्षीय देवेश ने अपनी मां, पिता, एक भाई और दो बहनों का अंतिम संस्कार किया।
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देवरिया के जिला मजिस्ट्रेट अखंड प्रताप सिंह ने पहले कहा था कि इस हिंसा का कारण गांव के दोनों परिवारों के बीच पुराना जमीन का विवाद था।