लखनऊ विश्वविद्यालय में शिक्षकों संग हुई मारपीट के बाद मामले में की कड़ी कार्रवाई की मांग

लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर में शिक्षकों संग हुई मारपीट की घटना के बाद शिक्षक संघ ने कार्य बहिष्कार का ऐलान करते हुए सीधे पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाया है। वहीं मामले में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 6 July 2018, 10:55 AM IST
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लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय में गुरूवार को शिक्षकों संग बाहरी लोगों ने मारपीट की घटना को अंजाम दिया। जिसको लेकर लखनऊ विश्वविद्यालय को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है। वहीं मामले में बैठक कर शिक्षक संघ ने पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाये हैं। दरअसल शिक्षक संघ का आरोप है कि उन्होंने घटना के बारे में एसएसपी लखनऊ, सीओ और थाना प्रभारी को पहले ही सूचना दी थी। अगर समय रहते पुलिस ने कार्यवाही की होती तो शिक्षकों और प्रोफेसरों पर बाहरी तत्वों द्वारा यह हमला ना हो पाता।

शिक्षक संघ का ऐलान-दोषियों पर कार्रवाई होने तक बंद रहेगा लखनऊ विश्वविद्यालय

मामलें में लखनऊ विश्वविद्यालय के लूटा और लोहटा सहित तमाम शिक्षक संघों ने बैठक कर घटना की निंदा की है। शिक्षक संघ की मांग है कि मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों और हमले के दोषी बाहरी लोगों पर कार्यवाही नहीं की जाती, तब तक विश्वविद्यालय बंद रहेगा। वहीं मामले में कोर्ट ने लखनऊ विश्वविद्यालय वीसी एसपी सिंह और प्रॉक्टर व एसएसपी को तलब कर जवाब मांगा है। 

घटना ने एलयू शिक्षकों की सुरक्षा को लेकर खड़े किए गंभीर सवाल

शिक्षक संघ का कहना है कि बुधवार को शिक्षकों संग हुई मारपीट की घटना में धरने पर बैठे छात्रों का हाथ है। शिक्षक संघ का आरोप है कि छात्रों का एक ग्रुप धरने पर बैठा था जबकि दूसरा ग्रुप शिक्षकों पर हमले को अंजाम देने की फिराक में था और उन्हें जैसे ही मौका मिला तो वे घटना को अंजाम देकर मौके से फरार हो गए। कुल मिलाकर लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर में शिक्षकों संग हुई मारपीट की घटना ने शिक्षकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। राजधानी लखनऊ में विश्वविद्यालय परिसर में अगर शिक्षा ही नहीं सुरक्षित रहेंगे तो स्टूडेंट्स की सुरक्षा भगवान भरोसे ही है।

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