राजशेखर के कार्यालय से दस्तावेज हटाये जाने के मामले में दिल्ली पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की
दिल्ली पुलिस ने विशेष सचिव (सतर्कता) वाईवीवीजे राजशेखर के कार्यालय से संवेदनशील फाइल और दस्तावेज कथित रूप से हटाये जाने के मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने विशेष सचिव (सतर्कता) वाईवीवीजे राजशेखर के कार्यालय से संवेदनशील फाइल और दस्तावेज कथित रूप से हटाये जाने के मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
कथित घटना 15-16 मई की दरमियानी रात की है। इससे पहले ही सतर्कता मंत्री सौरभ भारद्वाज ने राजशेखर को विशेष सचिव (सतर्कता) के रूप में उनके कर्तव्यों से मुक्त कर दिया था और उनके पास रखे फाइल तथा दस्तावेज किसी अन्य अधिकारी को सौंपे जाने थे।
भारद्वाज ने ट्वीट कर दावा किया कि सतर्कता सचिव सुधीर कुमार ने 16 मई को मुख्य सचिव नरेश कुमार को एक रिपोर्ट में सूचित किया था कि राजशेखर के कार्यालय में रखे दस्तावेजों की प्रतियां उनके निर्देश पर बनाई गयीं।
इस रिपोर्ट के एक अंश को साझा करते हुए मंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘सतर्कता सचिव सुधीर कुमार की नियुक्ति उप राज्यपाल ने की थी, हमने नहीं। उन्होंने 16 मई को मुख्य सचिव नरेश कुमार को भेजी रिपोर्ट में स्पष्ट लिखा है कि उनके निर्देश पर फाइलों की प्रतियां बनाई गयीं। मंत्री का कोई लेना-देना नहीं है और यह जानकारी उनके कनिष्ठ अधिकारी राजशेखर को थी। फिर भी अज्ञात लोगों के खिलाफ झूठी प्राथमिकी?’’
यह भी पढ़ें |
भारतीय वायु सेना का जवान जासूसी के आरोप में गिरफ्तार, ISI ने हनीट्रैप के जरिये इस तरह फंसाया जाल में
अधिकारियों ने कहा कि राजशेखर की शिकायत के आधार पर बृहस्पतिवार को आईपी इस्टेट थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी।
राजशेखर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास के निर्माण और सरकार की अब समाप्त की जा चुकी आबकारी नीति सरीखे संवेदनशील मामले देख रहे थे।
राजशेखर ने अपने वरिष्ठों को दी गयी रिपोर्ट में कहा था कि उन्होंने 15 मई की रात को अपना कक्ष खोले जाने और फाइलें हटाये जाने का कड़ा विरोध किया था।
उन्होंने आरोप लगाया कि दस्तावेजों को पास के कमरे में फोटोकॉपी के लिए ले जाया गया और उन्हें शक था कि संवेदनशील जांच से जुड़े इन कागजों से छेड़छाड़ हो सकती है।
दिल्ली सरकार ने कहा था कि उनके आरोपों की विस्तार से जांच की जाएगी।
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली सचिवालय में चौथी मंजिल पर स्थित राजशेखर के कार्यालय के बाहर के सीसीटीवी फुटेज अधिकारियों ने जांच के लिए सुरक्षित रख लिये हैं।