

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई ने शुक्रवार को मांग की कि आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार यमुना में आई बाढ़ पर चर्चा के लिए विधानसभा का सत्र बुलाए। भाजपा ने इसके साथ ही दावा किया कि प्रभावित लोगों के लिए सरकार द्वारा घोषित मुआवजा बहुत कम है।पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
नयी दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई ने शुक्रवार को मांग की कि आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार यमुना में आई बाढ़ पर चर्चा के लिए विधानसभा का सत्र बुलाए। भाजपा ने इसके साथ ही दावा किया कि प्रभावित लोगों के लिए सरकार द्वारा घोषित मुआवजा 'बहुत कम' है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार प्रदेश भाजपा प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से पूछा कि कितने बाढ़ प्रभावित लोगों को उनकी सरकार ने 10,000 रुपये की आर्थिक मदद दी है?
सचदेवा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “ यह मुआवजा उन प्रभावित लोगों के लिए बहुत कम है जिन्होंने अपना सारा सामान और आजीविका के साधन खो दिए हैं। 10,000 रुपये से कोई अपना मासिक खर्च भी पूरा नहीं कर सकता।”
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने मांग की कि केजरीवाल सरकार को तुरंत विधानसभा का मानसून सत्र बुलाना चाहिए और राष्ट्रीय राजधानी में बाढ़ पर चर्चा करनी चाहिए।
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, दिल्ली में यमुना नदी बृहस्पतिवार को खतरे के निशान 205.33 मीटर से ऊपर बह रही थी। हालांकि शाम को यह जलस्तर धीरे-धीरे कम होना शुरू हो गया।
यमुना का जलस्तर 13 जुलाई को 208.66 मीटर तक हो गया था जिसके बाद नदी का पानी शहर के कई अहम इलाकों में पहुंच गया। यमुना का जलस्तर सितंबर 1978 में 207.49 मीटर पर पहुंच गया था।
बाढ़ के कारण 27,000 से अधिक लोगों को उनके घरों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया और संपत्ति तथा व्यवसाय के मामले में करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है।
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