केरल में मादक पदार्थ माफिया के पीछे माकपा है

डीएन ब्यूरो

कांग्रेस नीत विपक्षी यूडीएफ ने बुधवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) पर राज्य में मादक द्रव्य का धंधा करने वालों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

माकपा ने पार्टी के सदस्य शानावास
माकपा ने पार्टी के सदस्य शानावास


तिरुवनंतपुरम:  कांग्रेस नीत विपक्षी यूडीएफ ने बुधवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) पर राज्य में मादक द्रव्य का धंधा करने वालों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है।

यह आरोप माकपा के एक स्थानीय सदस्य के एक वाहन को लगभग एक करोड़ रुपये मूल्य के पान मसाला की तस्करी करते पकड़े जाने के मद्देनजर लगाया गया है।

माकपा ने पार्टी के सदस्य शानावास को बाद में उनके खिलाफ आंतरिक जांच के चलते निलंबित कर दिया था।

पार्टी के फैसले के मद्देनजर शानावास ने आज संवाददाताओं से कहा कि उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि उन्होंने जो वाहन किराए पर दिया था, उसका इस्तेमाल पान मसाला की तस्करी के लिए किया जा रहा था।

नगर निगम पार्षद और अलाप्पुझा नगर निगम के कल्याण कार्य स्थायी समिति के अध्यक्ष शानावास ने कहा कि उन्हें पार्टी द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच लंबित रहने तक निलंबित कर दिया गया है।

उन्होंने कहा कि पार्टी द्वारा उन पर लगाए गए आरोप यह थे कि उन्होंने अवैध गतिविधि में इस्तेमाल किए गए वाहन की खरीद का खुलासा नहीं किया और इसे किराए पर देते समय उचित सावधानी नहीं बरती।

उन्होंने अलाप्पुझा में संवाददाताओं से कहा, “हालांकि, पार्टी ने यह नहीं कहा है कि मेरा पान मसाला की तस्करी से कोई लेना-देना है। पार्टी मामले के सभी पहलुओं पर गौर कर रही है।”

केरल के मत्स्य मंत्री साजी चेरियन ने कहा कि पार्टी के पास कोई सबूत नहीं है कि वह तस्करी गतिविधि में शामिल थे।

मंत्री ने कहा, “हम इस मामले को देख रहे हैं क्योंकि वह एक समिति का सदस्य है। लेकिन उसके द्वारा गलत काम करने का कोई सबूत नहीं है। आंतरिक जांच करने के लिए एक व्यक्ति को नियुक्त किया गया है। पुलिस भी मामले की जांच कर रही है।”

उन्होंने कहा, “उन्हें स्थानीय समिति के सदस्य के रूप में निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने अपना वाहन किराए पर देते समय उचित सावधानी नहीं बरती।”

शानावास ने दावा किया कि वह एक ईमानदार आदमी हैं और कुछ दूरसंचार कंपनियों के लिए ऑप्टिकल केबल बिछाने का एक वैध व्यवसाय चलाते हैं और उन्हें जीविकोपार्जन के लिए नशीली दवाओं की तस्करी का सहारा लेने की कोई आवश्यकता नहीं है।

दूसरी ओर, कांग्रेस नीत विपक्षी यूडीएफ ने कहा कि एक ओर तो वामपंथी सरकार राज्यव्यापी नशा विरोधी अभियान चलाती है, वहीं दूसरी ओर उसकी अपनी पार्टी के सदस्य इस तरह की अवैध गतिविधियों में कथित रूप से लिप्त हैं।

राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी. डी. सतीसन ने एक विज्ञप्ति में आरोप लगाया कि पान मसाला तस्करी में शानावास की कथित भूमिका से संकेत मिलता है कि माकपा नेता राज्य में मादक पदार्थों की तस्करी करने वाालों को संरक्षण देते हैं।

उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष ने पिछले महीने राज्य विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया था और मादक पदार्थ माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी।










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