उद्योगपति गौतम अडाणी को लेकर थम नहीं रहा विवाद, अब विकिपीडिया से जुड़ा मामला आया सामने
मुक्त इंटरनेट पर आधारित विश्वकोष विकिपीडिया ने आरोप लगाया है कि एक दशक से अधिक समय से ‘साक पपिट’ ने दिग्गज कारोबारी गौतम अडाणी, उनके परिवार और कारोबार के बारे में अतिशयोक्ति भरी और झूठी बातें लिखी हैं। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
नयी दिल्ली: मुक्त इंटरनेट पर आधारित विश्वकोष विकिपीडिया ने आरोप लगाया है कि एक दशक से अधिक समय से ‘साक पपिट’ ने दिग्गज कारोबारी गौतम अडाणी, उनके परिवार और कारोबार के बारे में अतिशयोक्ति भरी और झूठी बातें लिखी हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार ‘साक पपिट’ इंटरनेट पर सक्रिय ऐसे फर्जी खातों को कहते हैं, जो ब्लॉग, फोरम, विकिपीडिया और फेसबुक तथा ट्विटर जैसे सोशल नेटवर्किंग मंच का इस्तेमाल कर किसी व्यक्ति या मुद्दे के पक्ष में जनमत तैयार करते हैं।
विकिपीडिया ने कहा कि इन ‘साक पपिट’ में कुछ कंपनी के कर्मचारी भी हैं और इन्होंने गैर-तटस्थ सामग्री जोड़ने तथा सूचना पर विकिपीडिया की चेतावनियों को हटाने का काम किया।
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गौरतलब है कि अडाणी की कुल संपत्ति आधार में एक महीने से भी कम समय में 70 अरब डॉलर की कमी हुई है और वह दुनिया के तीसरे सबसे धनी व्यक्ति से फिसलकर 25वें स्थान पर आ गए हैं। ऐसा अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद हुआ, जिसमें उसने समूह पर खातों में हेराफेरी, शेयर की कीमतों को बढ़ाने तथा धन शोधन जैसे आरोप लगाए थे। अडाणी समूह ने इन आरोपों से इनकार किया है और कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
विकिपीडिया ने 20 फरवरी की ‘भ्रामक सूचना रिपोर्ट’ में इस बात का उल्लेख किया है। ‘‘क्या उन्होंने (अडाणी) और उनके कर्मचारियों ने विकिपीडिया लेखों से संबंधित गैर-तटस्थ पीआर संस्करणों के जरिये विकिपीडिया के पाठकों को धोखा देने की कोशिश की?’’ इस सवाल के जवाब में रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘उन्होंने निश्चित रूप से ऐसा किया।’’
रिपोर्ट के मुताबिक, 40 से अधिक ‘साक पपिट’या अघोषित रूप से भुगतान पाने वाले संपादकों ने अडाणी परिवार और पारिवारिक व्यवसायों पर नौ लेख लिखे या संशोधित किए। इनमें से कई ने कई लेखों को संपादित किया और गैर-तटस्थ सामग्री को जोड़ा।
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विकिपीडिया ने कहा कि इन ‘साक पपिट’ को बाद में प्रतिबंधित या ब्लॉक कर दिया गया।