लखनऊ में सीएम योगी ने 100 करोड़ की 21 परियोजनाओं का किया शिलान्यास और लोकार्पण

डीएन ब्यूरो

राजस्व विभाग को हाईटेक करने के लिए सीएम योगी ने लोकभवन में आयोजित एक कार्यक्रम में लखनऊ और मोहनलालगंज से आये राजस्व निरीक्षकों और लेखपालों को स्मार्ट फोन बांटा। दरअसल पूरे प्रदेश में राजस्व निरीक्षकों और लेखपालों के बीच स्मार्ट फोन बांटे जाने हैं। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट..

कार्यक्रम का शिलान्यास करते सीएम योगी
कार्यक्रम का शिलान्यास करते सीएम योगी


लखनऊ: सीएम योगी ने राजस्व निरीक्षकों और लेखपालों के बीच स्मार्ट फोन वितरण कार्यक्रम में पहले तो एन्टी भू माफिया प्रोग्राम में लेखपालों समेत राजस्व कर्मचारियों की भूमिका की तारीफ की और इन्वेस्टर्स समिट प्रोग्राम के दौरान उनको पीएम की ओर से दी गई बधाई के बारे में बताया।


इसके साथ ही सीएम योगी ने कहा की आज जो भी राजनेता या सरकारी अफसर और कर्मचारी अपने पदों पर हैं, शायद आने वाले समय में वे अपने पदों पर न रहें मगर उस स्थिति में उन्हें भी सामान्य नागरिक की तरह लंबी- लंबी लाइनों में लगकर निवास, जाति, आय प्रमाण पत्रों के लिए प्रतीक्षा करनी पड़ सकती है।

इसलिए यह जरूरी है कि राजस्व विभाग के जो भी कर्मचारी आज अपने पदों पर काम कर रहे हैं, वह जनता से जुड़े कामों में पूरी ईमानदारी और तत्परता बरतें।  मुख्यमंत्री ने गोरखपुर में एक लेखपाल द्वारा किए गए भ्रष्टाचार का हवाला देते हुए कहा कि यदि लेखपाल चाहे तो पूरा नक्शा इधर का उधर बदल सकते हैं। जिससे उससे जुड़े लोगों को भारी समस्याओं से गुजरना पड़ सकता है।

यह भी पढ़ें: क्या महिला पत्रकार के चक्कर में अजय पाल शर्मा की हुई एसएसपी नोएडा के पद से छुट्टी?
ऐसे में यह जरूरी है कि स्मार्टफोन के माध्यम से जनता से जुड़े कामों में पूरी संवेदनशीलता बढ़े और जनता की सेवा करें। सीएम ने कहा कि जनता की मदद करने के बाद उनकी ओर से जो दुआएं मिलती हैं। उससे किसी भी व्यक्ति का जीवन धन्य हो जाता है। इस मौके पर उन्होंने यह भी कहा कि जो सरकारी कर्मचारी अपनी मांगों को मनवाने के लिए हड़ताल और प्रदर्शन जैसे माध्यमों का सहारा लेते हैं। उससे केवल जनता को ही नुकसान उठाना पड़ता है और साथ ही सरकार को करोड़ों- अरबों की राजस्व क्षति भी होती है।

यह भी पढ़ें: हैलो.. मैं डा. अजय पाल शर्मा की गर्लफ्रैंड बोल रही हूं!

ऐसे में कर्मचारियों को अपनी वाजिब मांगों को उचित फोरम पर रखना चाहिए। जिससे समयबद्ध तरीके से उसका उचित निस्तारण हो सके। मुख्यमंत्री द्वारा पढ़ाए जा रहे इस नैतिकता के पाठ को सुनकर राजस्व विभाग से जुड़े सभी कर्मचारियों ने तालियां बजाकर उनका अभिवादन किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में राजस्व निरीक्षक और लेखपाल स्मार्ट फोन लेने पहुंचे थे।
 










संबंधित समाचार