विज्ञापन मामले में सीएम केजरीवाल पर गिरी गाज, 30 दिन में देना होगा 97 करोड़
सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के खिलाफ विज्ञापन प्रकाशित करने पर दिल्ली के एलजी अनिल बैजल ने आदेश दिया कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी से 97 करोड़ रुपए वसूले जाएंगे। आप पार्टी ने सीएम अरविंद केजरीवाल के चेहरे वाले विज्ञापन प्रकाशित किए थे।
नई दिल्ली: उपराज्यपाल अनिल बैजल और अरविंद केजरीवाल के बीच एक महीने में टकराव का दूसरा मामला सामने आया है। बुधवार को उपराज्यपाल ने दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव एमएम कुट्टी को आम आदमी पार्टी (आप) से विज्ञापन मद में खर्च 97 करोड़ रुपए वसूलने के निर्देश दिए हैं।
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एलजी ने मुख्य सचिव को यह पैसा 30 दिन के अंदर वसूलने का आदेश दिया है। यह आदेश सूचना और प्रसारण मंत्रालय की जांच के बाद दिया गया। इससे पहले CAG ने भी पिछले साल ये बात उठाई थी कि सरकार का विज्ञापन के लिए 526 करोड़ का बजट पार्टी के विज्ञापन पर ज़्यादा खर्च हो रहा है ना कि सरकार के कामकाज पर।
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गैरतलब है कि 2015-16 के दौरान दिए गए विज्ञापनों को सुप्रीम कोर्ट की दिशा-निर्देश के खिलाफ पाए जाने के बाद आप को 97 करोड़ रुपए चुकाने को कहा गया है। पिछले वर्ष मई में, कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि केजरीवाल सरकार ने तीन महीनों के भीतर विज्ञापनों पर 100 करोड़ रुपए खर्च किए हैं।
एक आरटीआइ का हवाला देते हुए कांग्रेस ने कहा था कि "केजरीवाल इस पैसे का उपयोग दिल्ली के लोगों के फायदे के लिए कर सकते थे, मगर उन्होंने ऐसा किया ही नहीं।" कुछ दिन बाद, कांग्रेस नेता अजय माकन ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा बनाई गई तीन सदस्यीय कमेटी के सामने एक शिकायत भी दर्ज कराई थी।