

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने खुद को जांच अधिकारी के रूप में पेश करते हुए कोलकाता की एक दुकान में फर्जी छापा मारने और एक आरोपी से रुपये ऐंठने के लिए ‘जाली’ समन जारी करने वाले अपने पूर्व सिपाही को गिरफ्तार कर लिया है। एजेंसी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने खुद को जांच अधिकारी के रूप में पेश करते हुए कोलकाता की एक दुकान में फर्जी छापा मारने और एक आरोपी से रुपये ऐंठने के लिए ‘जाली’ समन जारी करने वाले अपने पूर्व सिपाही को गिरफ्तार कर लिया है। एजेंसी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
एजेंसी ने एक बयान में कहा, ‘‘सुकुमार कमालिया प्रतिनियुक्ति पर 2019 से 2020 तक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के साथ काम कर चुका है। मूल रूप से वह अर्द्धसैनिक बल एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) में हेड कांस्टेबल रैंक का कर्मी था।’’
एजेंसी ने कहा, ‘‘उसे 16 अप्रैल को हिरासत में लिया गया और बाद में उसे कोलकाता की विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया गया, जहां अदालत ने उसे 29 अप्रैल तक एजेंसी की हिरासत में भेज दिया।’’
एजेंसी ने आरोप लगाया, ‘‘आरोपी को अनधिकृत रूप से कोलकाता में (ईडी अधिकारी बन कर) तलाशी अभियान चलाने में शामिल पाया गया था। इसके अलावा उसने जांच का सामना कर रहे एक व्यक्ति को जाली/ फर्जी समन भी जारी किया था।’’
इसने कहा, ‘‘सिपाही ने एक मामले में एजेंसी में अपनी तैनाती के दौरान एक व्यक्ति के खिलाफ की जा रही जांच के बारे में अनधिकृत तरीके से जानकारी प्राप्त की और एसएसबी में वापसी के बाद उसने उससे ‘‘जबरन वसूली’’ के लिये उसे ‘जाली’ समन जारी किया।
एजेंसी ने कहा, ‘‘यह समन मोबाइल फोन से व्हाट्सएप के माध्यम से भेजा गया था, ताकि वह उससे सीधा संपर्क करे और उससे रुपये ऐंठ सके।’’
एक अन्य मामले में जवान ने अनधिकृत तरीके से दक्षिण कोलकाता के एक ‘कॉफी शॉप’ में छापेमारी की और उसके मालिक से दस लाख रुपये की उगाही करने के लिये उसे धमकी दी।
एजेंसी ने बताया कि ‘कॉफी शॉप’ के मालिक ने ईडी में इसकी शिकायत दर्ज कराई, इस पर एजेंसी ने इस घटना का संज्ञान लिया और अपने पूर्व सिपाही के आवास पर छापा मारा था। ईडी ने बताया कि वहां कुछ संदिग्ध दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किये गये थे।
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