

फिल्म प्रोड्यूसर श्याम बेनेगल का क्रोनिक किडनी डिजीज (CKD) की वजह से निधन हो गया है। आइये जानते हैं इस बीमारी के बारे में सबकुछ। डाइनामाइट न्यूज़ पर पढ़िए पूरी खबर
नई दिल्ली: ‘अंकुर’, ‘मंथन’ और ‘मंडी’ जैसी फिल्में देने वाले मशहूर फिल्म प्रोड्यूसर श्याम बेनेगल का 23 दिसंबर की शाम को क्रोनिक किडनी डिजीज (CKD)की वजह से निधन हो गया। आइये ऐसे में आपको बताते हैं कि क्या है क्रोनिक किडनी डिजीज व कितनी खतरनाक है ये बीमारी।
डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार, क्रोनिक किडनी डिजीज एक लॉन्ग टर्म बीमारी है, जिसमें किडनी की काम करने की क्षमता धीरे-धीरे कम हो जाती है। यह बीमारी शुरूआत में खामोशी से असर दिखाती है, लेकिन बाद में समय के साथ-साथ ये बीमारी गंभीर हो सकती है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, यह बीमारी तब होती है जब किडनी लंबे समय तक सही ढंग से काम नहीं कर पाती। जिसकी वजह से शरीर में जहरीले पदार्थ और तरल पदार्थ जमा होने लगते हैं, जो बाकी बॉडी पार्ट्स पर नेगेटिव असर डाल सकते हैं। यह बीमारी खासतौर पर डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज और जेनेटिक कारणों से होती है।
इतनी खतरनाक है बीमारी
इस बीमारी से शरीर धीरे-धीरे कमजोर हो सकता है। इस बीमारी का सही समय पर इलाज न करवाया जाए तो किडनी फेलियर भी हो सकता है। एक्सपर्ट्स की मानें तो जब किडनी पूरी तरह काम करना बंद कर देती है, तो मरीज को डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ती है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस बीमारी का कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन समय पर इलाज और सही देखभाल से इसे कंट्रोल किया जा सकता है।
क्या हैं क्रोनिक किडनी डिजीज के लक्षण?
क्रोनिक किडनी डिजीज के लक्षण कुछ इस तरह हो सकते हैं। एक्सपर्ट की मानें तो इस बीमारी की वजह से शरीर में थकान और कमजोरी हो सकती है। साख ही पैरों, टखनों, हाथों और चेहरे पर सूजन हो सकती है। इसके लक्षण में यूरीन के रंग में बदलाव होना या इसमें खून आना भी शामिल है। साथ ही शरीर में रेड ब्लड सेल्स की कमी से एनीमिया भी हो सकता है। जिससे ठंड लगना और कंपकंपी महसूस हो सकती है। इसके अलावा किडनी की बीमारी से स्किन का रंग डार्क हो सकता है और स्किन पर खुजली भी हो सकती है।
क्रोनिक किडनी डिजीज से कैसे बच सकते हैं?
इस बीमारी से बचाव करने के लिए आप कम नमक वाला खाना खाएं। साथ ही रोजाना 30 मिनट की वॉक करें। धूम्रपान और शराब के सेवन से बचना चाहिए। साथ ही भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए।