ताइवान राजनीतिक तनाव के बीच चीन ने नए युद्धकालीन भर्ती नियम शुरू किए
चीन ने युद्धकाल में सैन्य भर्ती के लिए संशोधित नियमों का एक नया ‘सेट’ जारी किया है, जिसमें पूर्व सैनिकों को प्राथमिकता देना, अधिक क्षमता वाले सैनिकों को नियुक्त करना, अनिवार्य सैन्य सेवा का मानकीकरण करना आदि शामिल हैं। उसके इस कदम को ताइवान के साथ युद्ध की तैयारियों के तौर पर देखा जा रहा है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
बीजिंग: चीन ने युद्धकाल में सैन्य भर्ती के लिए संशोधित नियमों का एक नया ‘सेट’ जारी किया है, जिसमें पूर्व सैनिकों को प्राथमिकता देना, अधिक क्षमता वाले सैनिकों को नियुक्त करना, अनिवार्य सैन्य सेवा का मानकीकरण करना आदि शामिल हैं। उसके इस कदम को ताइवान के साथ युद्ध की तैयारियों के तौर पर देखा जा रहा है।
सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने एक खबर में कहा कि सैन्य भर्ती से जुड़े संशोधित नियमों को स्टेट काउंसिल और केंद्रीय सैन्य आयोग (सीएमसी) ने जारी किया है। सीएमसी चीन की सेना का शीर्ष निकाय है, जिसके अध्यक्ष राष्ट्रपति शी चिनफिंग हैं।
सीएमसी का लक्ष्य राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूती प्रदान करने के लिए संस्थागत गारंटी मुहैया करना और मजबूत सशस्त्र बल बनाना है।
खबर के अनुसार, 11 अध्यायों में 74 अनुच्छेद वाले नये नियमों में अधिक क्षमता वाले सैनिकों की भर्ती पर जोर देना, अनिवार्य सैन्य भर्ती का मानकीकरण करना और प्रणाली की क्षमता को बढ़ाना है। नये नियम अगले महीने से प्रभावी होंगे।
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हांगकांग से प्रकाशित होने वाले साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट अखबार की खबर के अनुसार, नियमों में कहा गया है कि भर्ती प्रक्रिया में युद्ध की तैयारी को ध्यान में रखा जाए और अधिक क्षमता वाले रंगरुटों को शामिल कर सेना की क्षमता बढ़ानी चाहिए।
पहली बार, युद्धकाल में भर्ती पर एक अलग अध्याय नियमों में शामिल किया गया है, जिससे यह पता चलता है कि पूर्व सैनिकों को भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी और उन्हें उनकी मूल इकाइयों या समान पदों पर नियुक्त किये जाने की संभावना है।
खबर के अनुसार, दक्षिण चीन सागर सहित कई मोर्चों पर और विशेष रूप से ताइवान जलडमरुमध्य में चीन के भू-राजनीतिक तनावों का सामना करने के मद्देनजर नये नियम जारी किये गये हैं।
पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने ताइवान को घेरने की अपनी क्षमता को परखने के लिए इस स्वशासित द्वीप के पास हाल में एक नया सैन्य अभ्यास किया है।
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ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन के अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के स्पीकर केविन मैककार्थी से मुलाकात करने के बाद सोमवार को यह तीन दिवसीय अभ्यास समाप्त हुआ।
चीन का मानना है कि विदेशी सरकारों और ताईवान के बीच कोई भी आधिकारिक संवाद द्वीप पर बीजिंग की संप्रभुता के दावे का उल्लंघन है।
राष्ट्रपति शी ने बुधवार को पीएलए के दक्षिणी सैन्य कमान के दौरे पर सेना के प्रशिक्षण को मजबूत करने और सभी मोर्चों पर सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण के स्तर को बढ़ावा देने के उपायों में तेजी लाने पर जोर दिया।
साउथ चाइना मॉनिंग पोस्ट की खबर के अनुसार, जिन नागरिकों को युद्धकाल के दौरान भर्ती का नोटिस मिला है उन्हें अपना नाम दर्ज कराने के लिए समय पर निर्दिष्ट स्थान पर अवश्य जाना चाहिए, अन्यथा उन्हें दंड का सामना करना पड़ेगा।