Chardham Yatra: चारधाम यात्रा में थम नही रहा मौतों का सिलसिला, चार यात्रियों की गई जान, 150 से पार पहुंची मृतकों की संख्या

डीएन ब्यूरो

उत्तराखण्ड की चार धाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

चार धाम यात्रा में बढ़ रहा मौतों का आंकड़ा
चार धाम यात्रा में बढ़ रहा मौतों का आंकड़ा


देहरादून: चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की जान जाने का आंकड़ा थम नहीं रहा है। रोजाना तीर्थयात्रियों की जान जा रही है।  रविवार को भी चारधाम यात्रा पर आए चार और यात्रियों की मौत हो गई। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार राज्य आपदा परिचालन केंद्र के मुताबिक बदरीनाथ में दो और यमुनोत्री धाम में भी दो यात्रियों की जान गई है। वहीं, अब चारधाम यात्रा के दौरान जान गंवाने वाले यात्रियों की संख्या 157 पहुंच गई है।

जानकारी के अनुसार चारधाम यात्रा के दौरान अब तक केदारनाथ में सबसे ज्यादा 73 यात्रियों की मौत हुई है। वहीं बदरीनाथ में 38, गंगोत्री में 13 और यमुनोत्री धाम में 29 यात्रियों की मौत हुई है। 

चमोली के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजीव शर्मा ने बताया  कि 70 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग जो मधुमेह और हाई बीपी से पीड़ित होते हैं उन्हें स्क्रीनिंग केंद्रों पर रिपोर्ट किए बिना चार धाम यात्रा पूरी करने की जल्दी में रहती है। इससे उनकी मृत्यु हो जाती है।

 उन्होंने बताया कि दिल्ली और ऋषिकेश से आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए गौचर में जबकि कुमाऊं क्षेत्र से आने वाले तीर्थयात्रियों की स्क्रीनिंग गैरसैंण में की जा रही है। उन्होंने बताया कि तीर्थयात्रियों को पर्याप्त आराम की सलाह दी जा रही है। 

गुजरात के तीर्थयात्री हरि भाई बिलिमोरिया ने बताया कि यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ की यात्रा पूरी करने के बाद गौचर पहुंचने पर स्वास्थ्य अधिकारियों ने उन्हें मेडिकल स्क्रीनिंग कराने के लिए कहा। इससे कुछ तीर्थयात्री मेडिकल इतिहास के साथ स्क्रीनिंग कराने पर अड़े रहे, क्योंकि उन्हें डर था कि उन्हें बद्रीनाथ में दर्शन करने से रोक दिया जाएगा। हालांकि स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि लोगों को रोका नहीं जा रहा है। तीर्थयात्रियों को सलाह दी जा रही है कि वे पर्याप्त आराम और उचित दवाएं लेने के बाद ही आगे बढ़ें।










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