बरगदवां थानेदार घूसकांड मामले में डीजीपी मुख्यालय का बड़ा एक्शन, सीओ नौतनवा करेंगे जांच

डीएन संवाददाता

भ्रष्टाचारियों के खिलाफ डाइनामाइट न्यूज़ की खबर ने बंपर असर दिखाया है। महराजगंज जिले के घूसखोर थानेदार के खिलाफ डीजीपी मुख्यालय के आदेश पर जांच बैठा दी गयी है। कोर्ट को आदेश दिये ढ़ाई महीने बीतने के बाद भी भ्रष्टाचारी एसओ गरीब महिला की एफआईआर तक नही दर्ज करता। पढ़िये क्या है पूरा मामला..

यूपी पुलिस का आदेश
यूपी पुलिस का आदेश


महराजगंज: जिले के बरगदवां थाना क्षेत्र के नारायणपुर निवासी इमरती देवी से थानेदार अनिल कुमार का पांच हजार की रिश्तखोरी का मामला दरोगा की गले की फांस बनता जा रहा है।

महराजगंजः थानेदार ने की कोर्ट के आदेश की अनदेखी, केस दर्ज करने के लिये महिला से मांगी 5 हजार की घूस

इस गरीब पीड़ित महिला का खुला आरोप है कि 156(3) के तहत कोर्ट के सुस्पष्ट आदेश के बावजूद भ्रष्ट थानेदार 5 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा है। महिला ने डाइनामाइट न्यूज़ को रोते हुए बताया कि जब वह कोर्ट का आदेश लेकर थानेदार के पास गयी तो उसने जज के आदेश को जमीन पर फेक दिया और कहा कि बहुत देखा  है ऐसा आदेश.. चलो भागो यहां से.. जब तक पांच हजार रुपये नही दोगी तब तक तुम्हारा मुकदमा नही लिखा जायेगा।

जैसे ही यह खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर वायरल हुई वैसे ही ट्विटर पर डीजीपी मुख्यालय ने महराजगंज पुलिस को जांच करने कड़ा एक्शन लेने का निर्देश दिया। फिर एसपी आरपी सिंह ने तत्काल पीड़ित महिला को न्याय दिलाने की दिशा में कदम उटाते हुए समूचे प्रकरण की जांच सीओ नौतनवा धर्मेन्द्र यादव को सौंप दी है।

महराजगंज: एसडीएम ने उड़ायी नियमों की धज्जियां.. कहा- लगाऊंगा नीली बत्ती..बोलो क्या बिगाड़ लोगे?

ढ़ाई महीने पहले कोर्ट ने दिया आदेश, फिर भी दर्ज नही हुई FIR

ढाई महीने हो गये कोर्ट को आदेश दिये। पिछले साल एक नवंबर को कोर्ट ने आदेश दिया था मुकदमा दर्ज करने का। इसके बावजूद गरीब महिला का जिले में मुकदमा दर्ज नही होता.. अब सवाल यह कि गरीब फरियादी जाये तो कहां..सोचिये जब हालत इतनी वीभत्स है तो मुकदमा ही दर्ज हो गया तो फिर उसकी लीपा-पोती होना तो तय ही है..










संबंधित समाचार