भाजपा ने जम्मू-कश्मीर को ‘करीबी दोस्तों’ के लिए विभाजित किया

डीएन ब्यूरो

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने करीबी दोस्तों” के लाभ के लिए जम्मू- कश्मीर की भूमि और संसाधनों को विभाजित किया और क्षेत्र के लोगों के अधिकार छीनने वाले कानूनों को पारित करने के लिए संसद में प्रचंड बहुमत का इस्तेमाल किया। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

महबूबा मुफ़्ती
महबूबा मुफ़्ती


श्रीनगर: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने 'करीबी दोस्तों” के लाभ के लिए जम्मू- कश्मीर की भूमि और संसाधनों को विभाजित किया और क्षेत्र के लोगों के अधिकार छीनने वाले कानूनों को पारित करने के लिए संसद में प्रचंड बहुमत का इस्तेमाल किया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पार्टी ने अपनी मासिक पत्रिका ‘स्पीक अप’ में यह भी सवाल किया, ‘‘ भाजपा ने हमारे लिए क्या किया है?”

पीडीपी ने कहा कि अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के केंद्र के कदम को बरकरार रखने के संबंधी उच्चतम न्यायालय के निर्णय से कश्मीर के लोग व्यथित हैं।

पार्टी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर का भारत में विलय ही प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की वजह से हुआ था। पार्टी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संसद में की गई टिप्पणी पर यह प्रतिक्रिया दी है जिसमें शाह ने कश्मीर मुद्दे के लिए नेहरू को जिम्मेदार ठहराया था।

पार्टी ने कहा, “ अमित शाह को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को गंवाने का दुख है। जवाहरलाल नेहरू की 'गलतियों' पर चिंतन करने के बजाय, भाजपा को खुद से यह पूछने की जरूरत है कि 2014 में सत्ता में आने के बाद से उसने भारतीय कश्मीर के लिए क्या किया है।”

पार्टी ने यह भी संकेत दिया कि उसे केंद्र की भाजपा सरकार से बहुत उम्मीद नहीं है।

पीडीपी ने यह भी आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर में बाहरी लोगों को लिथियम का खनन करने से स्थानीय लोगों को कोई आर्थिक लाभ नहीं होगा, बल्कि क्षेत्र की पारिस्थितिकी को नुकसान होगा।










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