उत्तराखंड आंदोलन के तीन दशक बाद रामपुर तिराहा कांड में बड़ा अपडेट, बुजुर्ग पीड़िता ने दर्ज कराया बयान, जानिये पूरा अपडेट
अलग उत्तराखंड राज्य की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों पर बर्बर कार्रवाई के दौरान दो पुलिसकर्मियों द्वारा कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किए जाने के लगभग तीन दशक बाद, 75 वर्षीय एक महिला ने मंगलवार को यहां एक अदालत में अपना बयान दर्ज कराया। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
मुजफ्फरनगर: अलग उत्तराखंड राज्य की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों पर बर्बर कार्रवाई के दौरान दो पुलिसकर्मियों द्वारा कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किए जाने के लगभग तीन दशक बाद, 75 वर्षीय एक महिला ने मंगलवार को यहां एक अदालत में अपना बयान दर्ज कराया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने रामपुर तिराहा सामूहिक बलात्कार की 75 वर्षीय पीड़िता को यहां अपर जिला सत्र न्यायाधीश शक्ति सिंह की अदालत में पेश किया । सेवानिवृत हो चुके दोनों आरोपी भी अदालत में मौजूद थे। दोनों जमानत पर हैं।
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सहायक सरकारी वकील परनेंद्र कुमार के अनुसार, सीबीआई ने रामपुर तिराहा (मुजफ्फरनगर) पुलिस गोलीकांड मामले में कई मामले दर्ज किए थे। दो अक्टूबर, 1994 को इस गोलीकांड में छह लोग मारे गये थे तथा उत्तराखंड की कई महिला कार्यकर्ताओं के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया था।
पृथक उत्तराखंड की मांग करते हुए ये प्रदर्शनकारी रामपुर तिराहा होते हुए ऋषिकेश से दिल्ली जा रहे थे।
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वकील ने बताया कि श्रीनगर से उत्तराखंड की एक महिला को अदालत में पेश किया गया और कथित सामूहिक बलात्कार के सिलसिले में उसका बयान दर्ज किया गया।
इस मामले में अगली सुनवाई दो अगस्त को होगी।