

डॉक्यूमेंट्री ‘नो अदर लैंड’ के फलस्तीनी सह-निर्देशक हमदान बल्लाल पर यहूदी प्रवासियों ने हमला किया, जिसके बाद बल्लाल के सिर से खून निकलने लगा। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
नई दिल्ली: ऑस्कर विजेता डॉक्यूमेंट्री 'नो अदर लैंड' के फलस्तीनी सह-निर्देशक हमदान बल्लाल पर सोमवार को वेस्ट बैंक में बसने वाले यहूदियों ने हमला किया, जिसके बाद इजराइली सेना ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। यह घटना उस समय हुई जब बल्लाल मासाफर यट्टा क्षेत्र के सुसिया गांव में मौजूद थे, और हमले के दौरान उन्हें गंभीर चोटें आईं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवादाता के अनुसार, कार्यकर्ताओं के मुताबिक, इजराइलियों ने बल्लाल पर हमला किया, जिससे उनके सिर से खून बहने लगा। जब उन्हें एंबुलेंस में इलाज दिया जा रहा था, तभी इजराइली सैनिकों ने उन्हें हिरासत में ले लिया। उनके साथ एक अन्य फिलिस्तीनी व्यक्ति को भी गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल, दोनों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
'सेंटर फॉर ज्यूइश नॉन वायलेंस' के अनुसार, वेस्ट बैंक में बसने वाले यहूदियों ने मासाफर यट्टा क्षेत्र में हमला किया और वहां की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया। कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस घटना ने इलाके में तनाव और हिंसा को और बढ़ा दिया है।
हमदान बल्लाल की डॉक्यूमेंट्री 'नो अदर लैंड' ने इस साल ऑस्कर अवार्ड में सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री का खिताब जीता। इस फिल्म में मासाफर यट्टा के निवासियों की संघर्षों को दर्शाया गया है, जो इजराइली सेना से अपने गांवों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। फिल्म के दो अन्य सह-निर्देशक बेसल आद्रा और इजराइली निर्देशक युवाल अब्राहम और राहेल सोर हैं।
बल्लाल और अद्रा, दोनों ही मासाफर यट्टा के निवासी हैं, और उनकी डॉक्यूमेंट्री ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित किया है। यह डॉक्यूमेंट्री इजराइली कब्जे के तहत रहने वाले फिलिस्तीनी निवासियों के संघर्षों को उजागर करती है।