काला खेल: जूनियर अधिकारी को प्रभारी डीपीआरओ बना किया जा रहा है करोड़ों का भुगतान, जिम्मेदार आये संदेह के घेरे में
जिले के कृषि विभाग में करोड़ो रुपये के कृषि यंत्र घोटाले की आंच अभी ठंडी भी नहीं पड़ी है कि जिला पंचायत राज अधिकारी के कार्यालय में अनियमितता की एक बड़ी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर आ रही है। एक्सक्लूसिव खबर:
महराजगंज: सत्रह महीने से अधिक का समय बीत गया लेकिन महराजगंज जिले में नियमित तौर पर कोई भी जिला पंचायत राज अधिकारी (DPRO) की नियुक्ति जान-बूझकर एक बड़े षड़यंत्र के तहत नहीं होने दी जा रही है।
सत्रह महीने से एक जूनियर अधिकारी को महराजगंज जिले का प्रभारी जिला पंचायत राज अधिकारी बनाकर बड़े-बड़े खेल किये जा रहे हैं। लाखों-करोड़ों के भुगतान धड़ाधड़ किये जा रहे हैं। इसमें भ्रष्टाचार के एक बड़े रैकेट की बू आ रही है।
डाइनामाइट न्यूज़ को मिली जानकारी के मुताबिक कृष्ण बहादुर वर्मा नाम के अपर जिला पंचायत राज अधिकारी को बहराइच से कुछ लोगों ने स्थानांतरित करा महराजगंज जिले में प्रभारी जिला पंचायत राज अधिकारी बनवा दिया।
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सेटिंग-गेटिंग के इस खेल का सबसे हैरान करने वाला पहलू ये है कि यह अधिकारी अपर जिला पंचायत राज अधिकारी के पद पर भी नियुक्ति से कुछ दिन पहले ही प्रोन्नत होकर ADPRO बना है।
इतने जूनियर अधिकारी को जिला पंचायत राज अधिकारी के पद पर बैठाकर करोड़ों के वारे-न्यारे करना एक बड़े भ्रष्टाचार की तरफ इशारा कर रहा है।
जब सत्रह महीने से यहां पर नियमित डीपीआरओ नहीं है तो फिर जिले के सबसे बड़े अफसरों ने क्या इस दरम्यान शासन को चिट्ठियां लिख महराजगंज जिले के लिए नियमित डीपीआरओ की मांग की? यदि नहीं तो क्यों नहीं? क्या इनका वरदहस्त इस भ्रष्टाचारी सिंडिकेट को है? यह जांच का विषय है? कैसे ADPRO करोड़ों के चेक काट रहे हैं? और बड़े अफसरों ने चुप्पी साध ली है, यह गहन जांच का विषय है।
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डाइनामाइट न्यूज़ के हाथ लगे दस्तावेजों के मुताबिक 27 जून 2019 को पत्रांक संख्या- 2/1750/2019-2/36/2019-20 के तहत पंचायती राज निदेशक मासूम अली सरवर ने आदेश जारी किया और कहा कि नव प्रोन्नत अपर जिला पंचायत राज अधिकारी कृष्ण बहादुर को बहराइच से महराजगंज जिले को प्रभारी जिला पंचायत राज अधिकारी के पद पर तैनात किया जाता है।
यूं उड़ायी जा रही है शासनादेश की धज्जियां
अब देखिये कैसे शासनादेश की धज्जियां उड़ायी जा रही है। दिनांक 04 फरवरी 2020 को पंचायती राज सचिव वीरेन्द्र कुमार सिंह के द्वारा जारी शासनादेश संख्या 379-33-1-2020 टीसी में सुस्पष्ट लिखा है कि अपर जिला पंचायत राज अधिकारी स्तर का कोई भी अधिकारी DPRO की तरह आहरण एवं वितरण का काम नहीं कर सकता। इसके बावजूद महराजगंज में ADPRO को प्रभारी DPRO के पद पर तैनात करा दिया गया और अब बीते सत्रह महीने से लगातार ADPRO स्तर का एक जूनियर अधिकारी प्रभारी DPRO की आड़ में नियमों की धज्जियां उड़ा रहा है और धड़ाधड़ करोड़ों के भुगतान किये जा रहे हैं।