भीमा-कोरेगांव हिंसा के बाद महाराष्ट्र के कई शहरों में राहत, पर अभी भी कम नहीं हुई आफत

डीएन ब्यूरो

एक जनवरी को पूणे के भीमा-कोरेगांव में कथित शौर्य दिवस पर भड़की हिंसा की आग न केवल महाराष्ट्र के कई शहरों में फैली, बल्कि इसकी गूंज संसद तक में सुनाई पड़ी। हालांकि हिंसा के बाद अब हालात सुधर रहे हैं, लेकिन इस हिंसा के प्रभाव महाराष्ट्र के कई शहरों में साफ दिखाई दे रहे है, लोगों को आज भी कई समस्याओं से दो-चार भी होना पड़ा। जाने महाराष्ट्र का पूरा हाल..



मुंबई: एक जनवरी को पूणे के भीमा-कोरेगांव में कथित शौर्य दिवस पर भड़की हिंसा की आग ने महाराष्ट्र के कम से कम 18 जिलों को अपनी चपेट में लिया। इस हिंसा की गूंज देश की संसद तक में भी सुनाई पड़ी। हालांकि हिंसा के बाद अब हालात सामान्य हो रहे है, लेकिन आफत अब भी बरकार है। महाराष्ट्र के कई शहरों को लोगों को इस कारण आज भी कई समस्याओं से दो-चार होना पड़ा। 


सैकड़ों वाहनों में तोड़तोड़

जानकारी के मुताबिक 'शौर्य दिवस' पर भड़की हिंसा में मंगलवार को मुंबई के चेंबूर व मुलुंड हार्बर लाइन पर लोकल ट्रेन सेवा रोकी गई। कई बसों को आग लगाया गया और मुंबई-पुणे को जोड़ने वाले ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे का ट्रैफिक भी रोकना पड़ा था। यहां सैकड़ों वाहनों में तोड़तोड़ की भी खबरें सामने आ चुकी हैं। 

 

पुलिस बल तैयार

इस हिंसा का असर मुंबई के साथ-साथ पुणे और औरंगाबाद में भी देखा गया। हालांकि अब कहीं से किसी तरह के नुकसान की ख़बर नहीं है। लेकिन जिस तरह तमाम बंद या आंदोलन की धमकी दी जा रही है, उसको देखते हुए लेकर आशंकाएं बढ़ती ही जा रही हैं। हालांकि संभावित हिंसा को लेकर पुलिस बल ने भी पहले से ही पूरी तैयारी कर रखी है। 

 

ट्रेन रोकने का कार्य

प्रदर्शनकारियों ने गोरेगांव, विरार, ठाणे, नालासोपारा में भी ट्रेन रोकने का कार्य किया। बेस्ट की बसों पर बंद का थोड़ा असर दिखाई पड़ा। लेकिन कुल 2964 सेवाओं में से 2600 सेवाएं चालू हैं। इसके अलावा घाटकोपर और चेंबूर में सुबह रास्ता रोकने का प्रयास किया गया, लेकिन इस जगह पर भी नुकसान की कोई खबर नहीं है। 

हिंसा को लेकर मुंबई पुलिस ने भी अपनी ओर से एडवाइडरी जारी की है। खास तौर से ईस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे पर रमाबाई आंबेडकर नगर, छेड़ा नगर और कामराज नगर से होकर नहीं जाने का सुझाव दिया गया है। एहतियात के तौर पर मुंबई में करीब 40,000 स्कूल बस बंद रहेंगी, स्कूलों ने अभिभावकों से अपने वाहन से ही बच्चों को स्कूल छोड़ने को कहा है।

 

नागपुर में भी तनाव

खबरों के मुताबिक महाराष्ट्र के नागपुर में भी तनाव की छिट-पुट खबरें आईं हैं जबकि कहीं-कहीं स्कूलों के बंद होने और डिब्बेवालों व बस सर्विस के बंद होने की खबरें हैं। फिर भी यह तो जाहिर तौर पर कहा जा सकता है कि स्थिति सामान्य है और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पुलिस ने भी कमर कसी हुई है। 

हिंसा की न्यायिक जांच के आदेश

इस मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने हिंसा की न्यायिक जांच का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि यह बड़ी साजिश का नतीजा लगता है। राज्य सरकार ने मामले की न्यायिक जांच के आदेश और मृतक के परिवार को दस लाख का मुआवज़ा देने का एलान किया है। ऐसे में आपसे भी यही अपील है कि आप भी शांति बनाए रखने में अपना सहयोग दें और इस तरह की किसी भी आशंका पर पुलिस को सुचित करें। 










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