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बस्ती: चुनावी माहौले में फूटा शिक्षकों का गुस्सा, BSA कार्यालय पर धरना, जानिये पूरा मामला

उत्तर प्रदेश के बस्ती में बुधवार को शिक्षकों ने वेतन रोकने के विरोध में बीएसए कार्यालय पर धरना दिया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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बस्ती: चुनावी माहौले में फूटा शिक्षकों का गुस्सा, BSA कार्यालय पर धरना, जानिये पूरा मामला

बस्ती: जनपद के शिक्षकों ने सियासी माहौल को गरमा दिया है। कई शिक्षकों समेत लगभग 4 हजार कर्मचारियों का वेतन रोके जाने के खिलाफ इनका गुस्सा फूट पड़ा है। बुधवार को कई शिक्षकों ने बीएसए कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन कर नारेबाजी की। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष उदयशंकर शुक्ल के नेतृत्व में संघ पदाधिकारियों, शिक्षकों ने जिलाधिकारी के प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन सौंपा।

गुस्साये शिक्षकों ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन देकर वेतन निर्गत किये जाने की मांग की। 

डाइनामाइट न्यूज को संघ जिलाध्यक्ष उदयशंकर शुक्ल ने बताया कि धरने के बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनूप कुमार तिवारी ने वेतन बाधित करने सम्बन्धी पूर्व के आदेश को निरस्त करते हुये नया आदेश जारी किया। इसमें कहा गया है कि शिक्षक 18 मई तक अधिकतम नामांकन पूरा कर लें।

इसके पूर्व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से संघ के  जिलाध्यक्ष उदय शंकर शुक्ल के नेतृत्व में संगठन पदाधिकारियों के साथ वेतन बहाली को लेकर तीन दौर की वार्ता हुई। वार्ता असफल होने के उपरांत संगठन पदाधिकारियों  ने जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर धरने पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। आनन-फानन में बीएसए को सभी विद्यलयों/ शिक्षकों के वेतन बहाली का आदेश बैक डेट यानी 14.05.2024 के तिथि में जारी करना पड़ा।

उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष उदयशंकर शुक्ल ने  बताया कि यदि समस्या का निस्तारण न हुआ तो आन्दोलन किया जायेगा।

ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से  जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष महेश कुमार, जिला मंत्री राघवेन्द्र प्रताप सिंह, जिला संयुक्त मंत्री विजय प्रकाश चौधरी, राजकुमार सिंह, शशिकांत धार दूबे, राम भरत वर्मा, रीता शुक्ला, राजेश चौधरी, अश्वनी पाण्डेय, ज्ञान प्रताप उपाध्याय, रजनीश मिश्र, आशुतोष पाण्डेय, मंजेश राजभर, कल्पनाथ व सत्येन्द्र सिंह के साथ ही अनेक शिक्षक शामिल रहे।

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