बाराबंकी में जहरीली शराब से 10 की मौत, ठोस कार्रवाई के बजाय लीपापोती में जुटी सरकार

उत्‍तर प्रदेश में एक बार फिर जहरीली शराब ने कहर बरपा दिया है। वहीं मामले में प्रदेश सरकार लीपापोती में जुट गई है। जहरीली शराब से मरने की घटनाएं प्रदेश सरकार में अखबारों की सुर्खियां बनती रहती हैं लेकिन प्रदेश सरकार हर बार खानापूर्ति करके मामले को रफा दफा कर देती है। यूपी सरकार ने दो-दो लाख के मुआवजे की घोषणा की है।

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 28 May 2019, 11:43 AM IST
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बाराबंकी: यूपी में जहरीली शराब ने फिर कहर मचाया है। बाराबंकी में एक परिवार के चार लोगों समेत 10 लोगों की जहरीली शराब पीने से मृत्‍यु हो गई है। वहीं कईयों का अस्‍पताल में गंभीर हालत में इलाज चल रहा है। इस घटना से कई घरों में तो लाशों को कंधा देने वाला कोई नहीं बचा है। 

शराब की सरकारी दुकान 

बाराबंकी जिले के रामनगर थाना क्षेत्र के रानीगंज इलाके के एक देशी शराब ठेका है। जहां से सोमवार देर शाम को आस-पास के गांव के कई ग्रामीणों ने शराब खरीदकर  पी थी। शराब पीने के बाद ही उनकी तबियत बिगड़ने लगी। कईयों को दिखना बंद हो गया जिसके बाद लोगों को गंभीर हालत में अस्‍पताल ले जाया गया। वहीं कई लोगों की अस्‍पताल जाने से पहले ही घर पर ही मौत हो गई। अभी भी तकरीबन एक दर्जन लोगों का गंभीर हालत में स्‍थानीय अस्‍पताल में इलाज चल रहा है। 

शराब की बोतलें दिखाती महिला

ग्रामीणों ने बताया कि सरकारी ठेके से शराब पीकर लौटे ग्रामीणों की हालत तुरंत ही बिगड़ने लगी थी। जिसके बाद उन्‍हें स्‍थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया गया जहां 10 लोगों की मौत हो गई।

जहरीली शराब से हुई मौतों पर सीएम योगी आदित्‍नाथ ने संवेदना व्‍यक्‍त करते हुए कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं। वहीं यूपी आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह ने बताया है कि जिला आबकारी अधिकारी शिव नारायण दुबे, आबकारी इंस्पेक्टर रामतीरथ मौर्य, 3 हेड कांस्‍टेबल और 5 कांस्‍टेबल को तत्‍काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। 

एक ही परिवार के चाल लोगों की मौत

जहरीली शराब से एक ही परिवार के तीन भाई रमेश गौतम, मुकेश, सोनू के साथ उनके पिता छोटेलाल की मृत्‍यु हो गई। रमेश की पत्नी रामावती ने बताया कि घर में लाशें उठाने वाला भी कोई नहीं बचा। इसके अलावा मुन्ना यादव, उमरी, महार और अमराई गांव सहित हरसोई गांव के विनय प्रताप सिंह की भी जान चली गई। 

नकली शराब बेचने का आरोप

वहीं इलाके के लोगों का आरोप है कि सरकार नकली शराब बनाने वालों पर कोई शिकंजा नहीं कसती है। जबकि हर महीने दो महीने में इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं। 

दो-दो लाख के मुआवजा और बनाई जांच समिति

मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये देने की घोषणा राज्य सरकार ने की है। वहीं मामले की जांच के लिए कमिश्नर, आईजी अयोध्या और आयुक्त आबकारी विभाग की जांच समिति बनाई गई है। समिति अगले 48 घंटे में जांच रिपोर्ट देगी।

घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी उदयभानु त्रिपाठी, एसपी अजय साहनी अन्य अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंच कर मामले की जांच शुरु कर दी है। उधर देशी शराब के ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

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