बलरामपुर: सपा के पूर्व मंत्री के गन हाउस पर प्रशासन का शिकंजा

डीएन संवाददाता

तत्कालीन सपा सरकार में कद्दावर मंत्री रहे एसपी यादव के पुत्र के गन हाउस पर प्रशासन ने शिकंजा कस दिया है। गन हाउस की आड़ में फर्जी तरीके से कारतूस बेचने का आरोप प्रशासनिक जांच में सही पाया गया है। इसके बाद से हड़कंप मच गया है। एक्सक्लूसलिव खबर..

यादव गन हाउस, जिस पर जारी है विवाद
यादव गन हाउस, जिस पर जारी है विवाद


बलरामपुर: यूपी की पूर्ववर्ती सरकार में कद्दावर मंत्री रहे डा. एसपी यादव के पुत्र आदर्श यादव के नाम पर संचालित गन हाऊस पर प्रशासन ने शिंकजा कसना शुरू कर दिया है। फर्जी तरीके से  कारतूस बेचने के मामले की शिकायत प्रशासनिक जांच के बाद सही साबित हुई। जिलाधिकारी के आदेशों पर नामित अधिकारियों द्वारा की गयी जांच में गन हाउस के अभिलेखों से छेड़छाड़ करने की भी पुष्टि भी हुई है। 

 

 

जिले के थाना हरैया क्षेत्र में पहलवारा मोहल्ले में संचालित यादव गन हाउस का विवादों से वर्षों पुराना नाता है। पिछली सरकार में प्रशासनिक अधिकारी गन हाउस की जांच और कार्रवाई करने से बचते रहे लेकिन अब मौजूदा सरकार ने इसकी जांच शुरु की। फर्जी तरीके से कारतूस बिक्री के मामले में डीएम ने सीओ सदर व एसडीएम को जांच अधिकारी बनाया। जांच के उपरान्त यह शिकायत सही पायी गयी। 

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डाइनामाइट न्यूज़ को मिली जानकारी के मुताबिक पहलवारा मोहल्ले में ग्राम भतपुरवा निवासी राजेन्द्र प्रसाद ने 14 जून वर्ष 2017 को 312 बोर के 2 कारतूस यादव गन हाउस से खरीदे थे। अनुज्ञापी ने 29 दिसम्बर को उन्हीं के लाइसेंस पर 10 कारतूस की बिक्री कर ली। शिकायत के बाद 27 अप्रैल 2018 को जांच कराई गई। थाना हरैया के तत्कालीन उपनिरीक्षक रघुवीर प्रसाद ने राजेश्वर प्रसाद के लाइसेंस की जाँच की, जिसमें पता चला कि 14 जून के बाद उनके लाइसेंस पर कोई भी कारतूस खरीदने की अंकना दर्ज नहीं है। पूछे जाने पर उन्होंने दिसम्बर माह में कारतूस खरीदने की बात से इंकार कर दिया। उपनिरीक्षक की रिपोर्ट के बाद सीओ व एसडीएम की टीम ने गन हाउस की जांच की। जिसमें पाया गया कि कारतूस बिक्री रजिस्टर में कई जगह ओवर राइटिंग और वाइटनर का प्रयोग किया गया है। 15 मई 2018 को जाँच रिपोर्ट डीएम को सौपी गई थी।

क्या कहना है डीएम का

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इस मामले में जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने डाइनामाइट न्यूज़ से बातचीत करते हुए कहा कि हमारी जांच में शिकायत को सही पाया गया है। गन हाउस के स्टॉक रजिस्टर में ओवर राइटिंग और व्हाइटनर के प्रयोग की पुष्टि हुई है। अनुज्ञापी को कारण बताओ नोटिस जारी किया जायेगा। जिसके बाद अग्रिम कार्रवाई की जायेगी।

आरोपों का कुछ यूं जवाब दिया पूर्व मंत्री ने

इस मामले पर डाइनामाइट न्यूज़ से बात करते हुए पूर्व मंत्री डॉ एसपी यादव ने कहा कि यह सब कुछ केवल राजनैतिक द्वेष के कारण किया जा रहा है। जिससे मेरी छवि धूमिल हो। गन हाउस का सारा रिकॉर्ड दुरुस्त है। नोटिस मिलने पर जवाब दिया जायेगा। वर्तमान सरकार में मेरे गन हाउस की ही सबसे ज्यादा जांच हो रही है, यह एक सोची समझी राजनीतिक साजिश है।
 










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