आजमगढ़: सहकर्मियों को गिरफ्तार करने पर मजबूर हुई पुलिस, दो सिपाहियों को भेजा जेल, जानिये पूरा मामला

डीएन ब्यूरो

यूपी के आजमगढ़ से एक अनोखी घटना सामने आ रही है। जहां पर पुलिस ने अपने ही विभाग के दो सिपाहियों को पकड़कर जेल भेज दिया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

सहकर्मियों को गिरफ्तार करने पर मजबूर हुई पुलिस
सहकर्मियों को गिरफ्तार करने पर मजबूर हुई पुलिस


आजमगढ़: पुलिस अधीक्षक के यहां न्याय की गुहार लगाने वाले पीड़ित के घर पहुंचे दो सिपाहियों ने मामले की जांच के नाम पर धमकाते हुए पीड़ित से छह हजार रुपये वसूल लिए। इस संबंध में पीड़ित ने निजामाबाद थाने में दोनों सिपाहियों के खिलाफ जबरन वसूली का आरोप लगाते हुए नामजद तहरीर दी गई। अब दोनों सिपाहियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक पुलिस अधीक्षक ने मामले को संज्ञान में लिया गुरुवार की शाम दोनों आरोपी सिपाहियों को पुलिस ने रानी की सराय-निजामाबाद मार्ग पर स्थित रेलवे क्रासिंग के समीप गिरफ्तार कर लिया। दोनों के खिलाफ निजामाबाद थाने में धारा 386 के तहत अभियोग दर्ज कर दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

आजमगढ़ जिले के निजामाबाद क्षेत्र के हुसामपुर बड़ागांव निवासी कैलाश प्रजापति ने बीते 28 मार्च को भूमि विवाद से संबंधित प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई थी। उसके दूसरे ही दिन दो सिपाही बावर्दी पीड़ित के घर पहुंचे। उन्होंने एसपी को दिए गए प्रार्थना पत्र का हवाला देते हुए जांच के नाम पर पीड़ित के विपक्षी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के नाम पर सुविधा शुल्क की मांग किया।

असमर्थता जताने पर भी दोनों सिपाहियों ने पीड़ित को डरा धमकाकर 6000 रुपये वसूल लिए। इस संबंध में पीड़ित ने गुरुवार को सिपाही अजीत कुमार यादव एवं सत्यदेव पाल के खिलाफ जबरन वसूली का आरोप लगाते हुए नामजद तहरीर दी थी।

मामला संज्ञान में आते ही पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए संबंधित थाने को आरोपित सिपाहियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी का आदेश दिया। गुरुवार की शाम पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।










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