महराजगंज: सर्दी का सितम ढ़ायेगा कहर, रहें तैयार, गेहूं की फसल के लिये संजीवनी साबित होगी कड़ाके की ठंड

डीएन ब्यूरो

दिसंबर खत्म होने को है और मौसम के मिजाज में उतार-चढ़ाव बना हुआ है लेकिन अब महराजगंज के लोगों को सर्द मौसम की मार झेलने के लिए तैयार रहना पड़ेगा। डाइनामाइट न्यूज पर जानिये मौसम का पूरा हाल

सड़कों पर छाई धुंध ने बढ़ाई आफत
सड़कों पर छाई धुंध ने बढ़ाई आफत


महराजगंज: वर्ष 2022 के अंतिम माह का आखिरी सप्ताह शुरू होने को है। जनपद में मौसम के मिजाज में उतार-चढ़ाव रहने का अनुमान है। मौसम विभाग की माने तो फिलहाल हर दिन धूप तो निकलेगी, बावजूद इसके सर्द हवाओं के संग गलन भी जारी रहेगी। ऐसे में ठंड का यह मौसम गेहूं की फसल के लिए संजीवनी साबित होगा।

मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक सर्द हवाओं से सेहक री हिफाजत जरूरी है। माह के अंतिम सप्ताह में ठंड और बढ़ने का अनुमान है। घने कोहरे ने वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है। कोहरे के कारण यातायात पूरी तरह प्रभावित होता दिखाई दे रहा  है।  

धूप संग जारी रहेगा गलन 
डाइनामाइट न्यूज़ से बातचीत में कृषि वैज्ञानिक डॉ,विजय चन्द्रा ने बताया कि दिसम्बर माह के अंतिम दिनों में हर दिन धूप तो निकलेगा लेकिन इसके साथ ही गलन भी जारी रहेगी। अधिकतम 25 डिग्री न्यूनतम 10 से 12 डिग्री तापमान रहेगा। इस दौरान 8 किलोमीटर से लेकर 18 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। इस बीच में धूप तो निकलेगा, लेकिन वर्फीली हवाएं जारी रहेंगी। 

पछुआ-पूर्वा हवा ने बढ़ाई गलन
दिसंबर माह में भी पछुआ हवा चल रही है तो कभी मंद-मंद रफ्तार से पूर्वा हवाओं ने गलन को और बढ़ा दिया है। दिन में जहां धूप से थोड़ी-बहुत राहत मिल रही है। वही रात में नेपाल के पहाड़ियों से उतरी ठंडी हवा हाड़ कंपा दे रही है। बर्फीली हवाएं गलन को और ताकत दे रही है। इससे बचने की जरूरत है। जनवरी के तीसरे सप्ताह तक इस तरह का मौसम रहने का अनुमान है। 

कड़ाके ही ठंड गेहूं की फसल के लिए संजीवनी  
उप कृषि निदेशक रामशिष्ट ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया कि इस ठंड में लोगों की परेशानी तो बढ़ी है। लेकिन कड़ाके की ठंड गेहूं की फसल के लिए संजीवनी बन रही है। खेतों में गेहूं के पौधों का ग्रोथ तेजी से बढ़ रहा है। गेहूं की खेती के लिए अनुकूल मौसम है। 20 जनवरी तक इसी तरह का मौसम बना रहा तोए गेहूं का रिकार्ड उत्पादन होने की संभावना है। 










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