DN Exclusive महराजगंज: कड़ी चेतावनी के बाद भी स्कूल वाहन संचालक सुधरने को तैयार नहीं

स्कूली वाहनों के कुशल संचालन को लेकर प्रशासन द्वारा समय-समय पर कई तरह के अभियान चलाये जाते हैं ताकि नौनिहालों का सफर जोखिम रहित हो.. लेकिन स्कूली वाहनों के संचालक सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। डाइनामाइट न्यूज़ ने जब इन वाहनों की पड़ताल की तो कई खामियां देखने को मिली। एक्सक्लूसिव रिपोर्ट..

Updated : 14 July 2018, 5:00 PM IST
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महराजगंज: जिले में चल रही स्कूल बसों व अन्य तरह के सभी स्कूली वाहनों को समय-समय पर कई तरह के कड़े निर्देश दिये जाते है। कई बार प्रशासन द्वारा कड़ी कर्यवाही भी की जाती है लेकिन इसके बावजूद भी वाहन संचालक अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे है। स्कूली वाहनों के संचालन की पड़ताल करने के लिये जब डाइनामाइट न्यूज़ टीम सड़कों पर गयी तो इसमें कई खामियां सामने आयी। इसके बाद जिले के एआरटीओ भी निरीक्षण कर कई वाहनों का चालान किया और उन्हें भविष्य के लिये कड़ी चेतावनी दे डाली।

 

एआरटीओ ने डाइनामाइट न्यूज़  से बातचीत में कहा कि जिले में संचालित सभी निजी स्कूली बसों व अन्य वाहनों की सघन जांच चल रही है जिसमें वे ड्राइवर की फिटनेस के साथ वाहनों की भी पूर्ण जाँच कर रहे हैं और जो भी मानकों पर खरे उतरते उन वाहनों का चालान काटना शुरू कर दिया गया है।

एआरटीओ ने सभी विद्यालयों को कड़ी चेतावनी जारी करते हुए यातायात संबंधी 17 नियमों का अनिवार्य पालन करने को कहा है। ऐसा न होने पर वाहन संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी। 

 

 

डाइनामाइट न्यूज़ टीम ने भी इसकी पड़ताल शुरू की तो इसके बावजूद भी वाहन संचालन में कई खामियां देखने को मिली। कई स्कूली वाहनों में सीमा से अधिक बच्चे भरे पाये गये तो किसी वाहन की हालत काफी खस्ता थी। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि प्रशासन द्वारा भले ही वाहनों के संचालन को भले ही अव्वल बनाने की दिशा में कई कार्य किये जाते हों लेकिन इसके बावजूद भी स्कूल वाहन संचालक सुधरने का नाम महीं ले रहे हैं। 

Published : 
  • 14 July 2018, 5:00 PM IST