Ankita Murder Case: अंकिता हत्याकांड पर उत्तराखंड में उबाल, श्रीनगर में बद्रीनाथ-ऋषिकेश राजमार्ग जाम, मोर्चरी बिल्डिंग का घेराव

डीएन ब्यूरो

उत्तराखंड में अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर उबाल जारी है। बेस हॉस्टिपटल श्रीनगर के सामने गुस्साये लोगों ने बद्रीनाथ-ऋषिकेश मार्ग राजमार्ग को जाम कर दिया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

गुस्साए लोगों ने किया चक्काजाम
गुस्साए लोगों ने किया चक्काजाम


श्रीनगर (पौड़ी गढ़वाल): उत्तराखंड में अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। लोगों में भारी गुस्सा है। आक्रोशित लोग और पीड़ित परिजन अंकिता के पार्थिव शरीर का तब तक अंतिम संस्कार नहीं करना चाहते हैं जब तक पूरी पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आ जाती। अंकिता के अंतिम संस्कार को लेकर लोगों ने श्रीनगर बेस हॉस्पिटल की मोर्चरी का घेराव किया और बद्रीनाथ-ऋषिकेश मार्ग राजमार्ग को जाम कर दिया।   

मोर्चरी का घेराव करते लोग

अंकिता के शव का पोस्टमार्टम ऋषिकेश एम्स में किया गया, जिसके बाद उसके पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिये श्रीनगगर लाया गया। पार्थिव शरीर को श्रीनगर बेस हॉस्पिटल के मोर्चरी में रखा गया। अंतिम संस्कार के लिये शव को श्मशान ले जाने की कोशिश कर रही पुलिस का लोगों ने विरोध किया। न्याय की मांग को लेकर गुस्साई भीड़ ने मोर्चरी बिल्डिंग का घेराव किया और हाईवे पर जाम लगा दिया।

रविवार सुबह अंकिता का शव ऋषिकेश से श्रीनगर (उत्तराखंड) पहुंचा, जहां आज उसकी अंतिम संस्कार किया जाना था। लेकिन परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। पीड़ित परिवार का कहना है कि उन्हें प्रशासन की कार्रवाई पर भरोसा नहीं है। जब तक अंकिता की पूरी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक बेटी की पार्थिव देह का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। 

अंकिता के भाई का कहना है कि ऋषिकेश एम्स ने उन्हें पोस्टमार्टम की केव प्रोविजिनल रिपोर्ट दी है, जब तक पूरी डिटेल रिपोर्ट नहीं मिल जाती तब तक अंकिता के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार नहीं होगा।

अकंता 18-19 सितंबर से लापता थी और कल शुक्रवार सुबह अंकिता का शव नहर से बरामद किया गया। ऋषिकेश एम्स में अंकिता का पोस्टमार्टम हो चुका है लेकिन अंकिता के परिजन उसका अंतिम संस्कार करने से मना कर रहे हैं।

पीड़ित परिजनों की मांग है कि जब तक अंकिता की पूरी व डिटेल पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक वे उसका अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। पीड़ित परिजन इस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की मांग कर रहे हैं ताकि दोषियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा हो सके।










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