Maharashtra: बाघिन की मौत के बाद जंगल से बचाए गए दो बाघ शावकों को लाया गया पेंच टाइगर रिजर्व

महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के पंढारकवाड़ा वन क्षेत्र से बचाए गए दो अनाथ बाघ शावकों का पेंच टाइगर रिजर्व में पुनर्वास किया जाएगा।

Updated : 31 March 2023, 7:33 AM IST
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नागपुर: महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के पंढारकवाड़ा वन क्षेत्र से बचाए गए दो अनाथ बाघ शावकों का पेंच टाइगर रिजर्व में पुनर्वास किया जाएगा।

एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने कहा कि बाघ के शावकों को उनकी मां बाघिन पीकेटी-7 की मौत के कुछ सप्ताह बाद 14 मार्च को घाटंजी जंगल से बचाया गया था।

पेंच टाइगर रिजर्व-महाराष्ट्र के उप निदेशक प्रभु नाथ शुक्ला की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, आठ महीने के बाघ शावकों को बुधवार को संरक्षित जंगल में तितरलमंगी बाड़े में रखा गया।

मुख्य रूप से मध्य प्रदेश के दक्षिणी भाग में स्थित पेंच टाइगर रिजर्व का 257 वर्ग किलोमीटर हिस्सा महाराष्ट्र में है।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि दोनों शावक स्वस्थ हैं और बाड़े के अंदर स्वतंत्र रूप से घूम रहे हैं, विज्ञप्ति में कहा गया है कि राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार उन्हें जंगल में छोड़ा जाएगा।

Published : 
  • 31 March 2023, 7:33 AM IST

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