अडाणी का शेयरों में हेराफेरी का पुराना ट्रैक रिकॉर्ड, जांच एजेंसियां विफल क्यों रहीं: कांग्रेस

डीएन ब्यूरो

कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को अडाणी समूह पर आरोप लगाया कि शेयरों में हेराफेरी का उसका पुराना ट्रैक रिकॉर्ड है और सवाल किया कि जांच एजेंसियां इसकी जांच करने में विफल क्यों रहीं।पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

(फाइल फोटो )
(फाइल फोटो )


नयी दिल्ली: कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को अडाणी समूह पर आरोप लगाया कि शेयरों में हेराफेरी का उसका पुराना ट्रैक रिकॉर्ड है और सवाल किया कि जांच एजेंसियां इसकी जांच करने में विफल क्यों रहीं।

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने पिछले कई दिनों की तरह आज भी ‘हम अडाणी के हैं कौन’ श्रृंखला के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कुछ सवाल किए।

उन्होंने दावा किया, ‘‘अडाणी समूह की बाजार पूंजी तीन वर्षों में 1,000 प्रतिशत से अधिक बढ़ी है। यह किसी बड़े समूह के लिए भी बहुत तेज़ वृद्धि दर है और यह महज़ संयोग नहीं है कि ये उछाल पिछले स्टॉक मार्केट घोटाले से काफी मिलता जुलता है, जिसमें अडाणी समूह भी शामिल था।’’

रमेश के मुताबिक, सेबी की जांच में पता चला था कि केतन पारेख से जुड़ी संस्थाएं अडाणी के शेयरों के मूल्यों को प्रभावित करने के लिए 'सिंक्रनाइज़्ड ट्रेडिंग/सर्कुलर ट्रेडिंग एवं आर्टिफिशियल वॉल्यूम तैयार करने जैसी गतिविधियों' में लिप्त थीं और 'अडाणी समूह के प्रवर्तकों ने इन हेराफेरी को मदद तथा बढ़ावा दिया।’’

उन्होंने सवाल किया, ‘‘इस ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए, आपके द्वारा नियंत्रित नियामक और जांच एजेंसियां इस असमान्य शेयर मूल्य अस्थिरता की जांच करने में विफल कैसे हुईं? क्या ऐसी गतिविधि से भारत की छवि धूमिल हुई है?’’

कांग्रेस अमेरिकी वित्तीय शोध संस्था ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ की रिपोर्ट आने के बाद से अडाणी समूह और प्रधानमंत्री पर लगातार हमले कर रही है।

उल्लेखनीय है कि हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडाणी समूह के खिलाफ फर्जी तरीके से लेन-देन और शेयर की कीमतों में हेर-फेर सहित कई आरोप लगाए थे। अडाणी समूह ने इन आरोपों को झूठा करार देते हुए कहा था कि उसने सभी कानूनों और प्रावधानों का पालन किया है।

 










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